गुणवत्ताहीन सामग्री से हो रहा चेक डैम निर्माण
उपयंत्री की भूमिका संदिग्ध
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 19 नवम्बर 2020, जिले में शासकीय निर्माण कार्यों में व्याप्त भ्रष्टाचार और घटिया निर्माण सामान्य बात हो चली है। पंचायत द्वारा शासकीय राशि हड़पने के प्रयास में घटिया और दिखावटी संरचनाएं खड़ी की जा रही हैं, जो कुछ दिनों में क्षतिग्रस्त हो जाने से आमजन को उनका कोई लाभ नहीं मिल पाता और शासन का धन फिजूल खर्च हो जाता है। एक ओर ग्राम पंचायत तकनीकी और प्राक्कलन का मजाक बना रही है वहीं उपयंत्रीयों की कमीशनखोरी के चलते मनमाने निर्माण कार्य जारी हैं। जवाबदार उपयंत्री के विरुद्ध प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं होने से जिले में जमकर भ्रष्टाचार व्याप्त है।
मिडली में घटिया चेक डैम का निमार्ण
बजाग जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत मिडली में निर्माणाधीन चेक डैम की गुणवत्ता और सामग्री को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि यहां मिट्टी मिली रेट से कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। वही चेक डेम में डाले जाने वाले लोहे के जाल के स्थान पर सिर्फ कुछ सरिया दिखावे के लिए कांक्रीट के ऊपर से गाड़ कर औपचारिकता भर की जा रही है 10 एमएम की राड से बन रहे इस चैक डैम को बिना बेस के भरे हुए पानी में ही डालकर बनाया जा रहा है। जिसको लेकर ग्रामीणों में असंतोष है आमजन की मांग है कि घटिया निर्माण जो की गुणवत्ता विहीन सामग्री से किया जा रहा है उसकी शीघ्र जांच कराकर दोषी रोजगार सहायक, सचिव और उपयंत्री की खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जावे।
सचिव को नहीं जानकारी :-
ग्राम पंचायत के सचिव पुरुषोत्तम धुर्वे से हमारे प्रतिनिधि ने इस संदर्भ में पर फोन पर चर्चा कर जानकारी लेना चाही तो उनका कहना था कि वे एस्टीमेट देख कर बता पाएंगे कितनी और क्या सामग्री उपयोग की जाना है। कार्य चालू है सामग्री निर्माण स्थल पर पहुंच चुकी है और सचिव इस तरह का गैर जिम्मेदाराना जवाब देकर हकीकत से मुकर रहे है। एस्टीमेट देख कर बता पाने की बात करते हैं ऐसी लापरवाही से साफ है कि निर्माण कार्य मनमाने तरीके से अंजाम दिए जा रहे हैं सचिव को कुछ पता नहीं और कार्य चल रहा है।
बड़ी हैसियत वाले उपयंत्री :-
वर्षों से जिले में पदस्थ उपयंत्री दिनेश मिश्रा से हमारे प्रतिनिधि ने जानकारी लेनी चाही तो उनका कहना था कि किस हैसियत से पूछ रहे हो? मैं क्यों बताऊं तुमको। गौरतलब है कि उपयंत्री के प्रभार वाली अधिकतर पंचायतों में निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें होती रही हैं। उपयंत्री के द्वारा निर्माण कार्यों का निरीक्षण किए बिना ही कार्यों का मूल्यांकन और भौतिक सत्यापन किए जाने के आरोप ग्रामीणों द्वारा लगाये जा रहे है। और प्रशासक तमाम शिकायतों के बाद भी बजाग जनपद की 11 ग्राम पंचायतों का प्रमार जिस उपयंत्री के पास है उनकी बड़ी हैसियत के चलते उन पर कार्यवाही नहीं कर पा रहा है और तमाम निर्माण कार्यों में गड़बड़ियों की शिकायतों के बाद भी जिला और जनपद पंचायत के अधिकारी इन्हे ग्यारह पंचायतों का प्रभार सौंपने मजबूर है। जनपद क्षेत्र बजाग के लोगों की मांग है कि उक्त उपयंत्री के प्रभार वाली पंचायतों में चल रहे निर्माण कार्यों और मिंडली में बन रहे चैक डेम निर्माण की निष्पक्ष जांच करवाई जावे और दोषियों पर कार्यवाही की जावे।