आम रास्ता अवरुद्ध किए जाने से परेशान हैं ग्रामवासी
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 29 नवंबर 2020, कुछ माह पूर्व हुए एक व्यक्तिगत विवाद जिसमें रेत ढूलाई और पशुओं को चारा पानी पिलाने को लेकर दो पक्षों के बीच का व्यक्तिगत विवाद अब इतना बढ़ चुका है कि जलदा मुड़िया के ग्रामवासियों रास्ते में खड़े किए गए अवरोधों से आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। विगत दिनों तक पंचायत प्रतिनिधि, गांव के बुजुर्गों और जिम्मेदार लोगों ने मसले को आपसी समझौते और समझा-बुझाकर निपटा लेने के सभी प्रयास कर देखे किंतु मार्ग को जबरन अवरुद्ध करने वालों पर इसका तनिक भी असर नहीं हुआ। ग्रामीणों ने मामले को लेकर प्रशासन तक जानकारी तो पहले ही दे दी थी किंतु उसके बाद भी आमजन की समस्या का अब तक हल नहीं निकल सका।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला जिला मुख्यालय डिंडोरी से 13 किलोमीटर दूर डिंडोरी मंडला मार्ग पर स्थित ग्राम जलदा मुड़िया का है। मंडला -डिंडोरी मुख्य मार्ग से प्राथमिक शाला भवन तक पहुंच मार्ग लगभग 20 साल पहले संबंधित किसानों से भूमि दान में लेकर बनवाया गया था तब से अभी इसी रास्ते का ग्रामवासी आम रास्ते की तरह उपयोग करते आ रहे थे। लेकिन डेढ़ 2 माह पहले एक कृषक ने जिसकी भूमि मुख्य मार्ग से लगभग 100 मीटर तक है रास्ते में पत्थरों के अवरोध खड़े कर रास्ते को बंद कर दिया गया। उक्त रास्ते को खोलने हेतु उच्च अधिकारियों को जानकारी देते हुए ग्रामवासी, सरपंच सचिव द्वारा कई बार विवाद सुलझा कर रास्ता खोलने की कोशिश भी की गई लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी।
वर्तमान में रास्ता बंद होने से पंचायत भवन, प्राथमिक शाला, माध्यमिक शाला, केंकर टोला, कोटवार टोला जाने वाले ग्राम वासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बताया जाता है कि पैदल तो लोग निकल जाते हैं किंतु वाहनों की आवाजाही पूरी तरह मार्ग पर दो जगह पत्थरों से गाड़र खड़े किए जाने के कारण संभव नहीं है।
ज्ञात हो कि वक्त रास्ते में वर्तमान में लगभग 15 लाख रुपए की लागत से सुदूर पहुंच मार्ग का कार्य भी ग्राम पंचायत द्वारा करवाया जा रहा है लेकिन इन अवरोधो के चलते इस मार्ग का कोई औचित्य नहीं रह गया है और ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। ग्रामीणों की जिला प्रशासन से मांग है कि इस समस्या से ग्रामवासियों निजाद दिलाई जावे और न्याय संगत हल निकाल कर लोगों को हो रही अनावश्यक परेशानी से बचाया जाए।