यू तो फिर लौट चले है प्रवासी, पर जिले के गांवों तक बेरोकटोक पहुंच रही बसे पलायन जारी
प्रशासन को गंभीरता से इनके विरुद्ध कार्यवाही करनी चाहिए
नाबालिक और कम उम्र की लड़कियों को ले जाया जा रहा है
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 30 नवम्बर 2020, यू तो कोरोना के संक्रमण के चलते बड़ी मुश्किलों से गुजरे प्रवासी घर पहुंच ही गए थे। कोरोना काल का सबसे अधिक संकट देश में प्रवासी मजदूरों की ही रही वहीं मई में लॉक डॉ उन के बाद रोजगार की तलाश और दलालों के लुभावने वादों के चलते फिर मजदूर धीरे धीरे जाते रहे वहीं अब कोरोना के तीसरे चरण के चलते प्रवासियों की फिर से वापसी के समाचार देश भर से रहे है।
जिले में सक्रिय है दलाल और बस संचालक
इन सबसे अलग जिले के भोले भाले मजदूरों को लुभाने दलाल सक्रिय है। जहा देश भर में मजदूर वापस घर की ही ओर आ रहे है और इस समय संकट को देखते हुए मजदूर बाहर नहीं जाना चाहते वहीं जिले में नागपुर की बसे गांवों तक जा कर मजदूरों को ले जाने में जुटी हुई है। आज कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पिडरूखी में डिंडोरी से नागपुर चलने वाली निजी बस दोपहर से ही डेरा डाले देखी है जिसमें तमाम युवा और कम उम्र की लड़किया नागपुर जाने को तैयार बैठी थी। गांव के कुछ लोगों के द्वारा इसका विरोध करते हुए पुलिस को जानकारी दी गई और मौके पर पहुंची पुलिस ने बस स्टाप से पूछताछ की जिस पर उनका कहना था कि वे तो सवारी ले ने आए है। बताया जाता है कि पुलिस की भनक लगते ही मजदूरों को ले जाने वाले दलाल खिसक लेते है और बस चालक किसी भी तरह की जानकारी होने से मुकर जाते है।
जबकि बस संचालकों की मिली भगत से जिले के भोले भाले मजदूरों को प्रलोभन दे कर पलायन करवाया जा रहा है, जिले भर में दलाल सक्रिय है। उक्त बस का परमिट डिंडोरी से नागपुर का है और बस गांव गांव अपने रूट से अलग जा कर सवारियां ला रही है और यह सब पुलिस चुपचाप देखने विवश है जबकि कोरोना संकट काल में जब ये मजदूर संकट में पड़े तो इन दलालों, बस संचालकों और इनको काम पर बुलाने वालों ने अपना पल्ला झाड़ लिया था तब पूरा का पूरा जिम्मा शासन और प्रशासन को उठाना पड़ा था और अब जब देश भर में पुनः कोरोना का संकट पुनः मुंह बाए खड़ा है जब भी जिले से मजदूरों का खुले आम पलायन हो रहा है और प्रशासन अक्षम बना बैठा है पुलिस भी इनको नहीं रोक पा रही है जबकि पर्दे के पीछे सक्रिय दलाल और बस संचालकों की भूमिका सबको पता है।