मादा तेंदुआ शिकार के चार आरोपी गिरफ्तार
शिकार के औजार भी बरामद
क्लिज बायर में फंसकर हुई थी तेंदुआ की मौत
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 10 दिसंबर 2020, सामान्य वन मंडल अंतर्गत वन परिक्षेत्र पश्चिम करंजिया के वनग्राम ददरगांव से सटे शिवनार के जंगल में क्लिज बायर में उलझकर घायल मादा तेंदुए की मौत के मामले में गुरुवार की शाम वन विभाग ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से शिकार में प्रयुक्त औजार तार, खूंटी आदि भी जप्त करने में वन अमले को सफलता हाथ लगी है। आरोप है कि इन चार बदमाशों ने जंगली सुअर के शिकार की नियत से दोपहिया में लगने वाले क्लिज बायर से फंदा तैयार करके जंगल में फैलाया था। जिसकी चपेट में जंगली सूअर की जगह मादा तेंदुआ फंस बुरी तरह घायल हो गई थी। अनुमानित तौर पर ढाई साल की मादा तेंदुआ को सही सलामत पकड़ने की कवायद के तहत रेस्क्यू ऑपरेशन भी चलाया गया था।
गौरतलब है कि सोमवार की शाम वन विभाग को शिवनार के जंगल में नाले के किनारे झाड़ियो में घायल तेंदुआ के कराहने की सूचना प्राप्त हुई थी। जिसके आधार पर स्थानीय वन अमले ने तेंदुआ को सही सलामत पकड़ने की कवायद के तहत बांधवगढ़ नेशनल पार्क की रेस्क्यू टीम को बुलाया और टीम में शामिल वन्य प्राणी विशेषज्ञों एवं वेटनरी डॉक्टरों के दिशा निर्देशों पर रेस्क्यू चालू किया गया। लेकिन इस दौरान बुरी तरह घायल मादा तेंदुआ की मौत हो गई। जिसके बाद मंगलवार की सुबह नियमानुसार तेंदुआ का पोस्टमार्टम उपरांत दाह दिया गया। पूरे मामले पर वन विभाग ने दो दिन तक शिकारियों की तलाश में इलाके में सर्चिंग ऑपरेशन चलाया और गुरुवार की शाम कुलदीप पिता अज्जन गौंड, थाम सिंह गौंड पिता शुकाल, प्रभात पिता गेंद सिंह गौंड और सीताराम पिता धनुआ गौंड सभी निवासी ददरगांव को वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा दोनों 2,9,50,51,52 के तहत मामला कायम कर गिरफ्तार किया है। जिन्हें शुक्रवार की सुबह न्यायालय में पेश किया जावेगा। विवेचना के दौरान स्पष्ट हो गया है कि मादा तेंदुआ की मौत की वजह करंट नहीं बल्कि क्लिज बायर में फंसकर घायल होने से हुई थी।
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