एकता परिषद ने किया किसान बिल का विरोध
मुरैना से दिल्ली होगा पैदल कूच
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 15 दिसंबर 2020, जल, जंगल और जमीन के मुहे पर आदिवासियों का साथ देने वाली सामाजिक संस्था एकता परिषद अब किसानों के साथ किसान बिल के विरोध में उतर गई है। केंद्र सरकार द्वारा लाये गये किसान बिल के विरोध में जारी राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के बीच एकता परिषद 17 दिसंबर से दिल्ली तक पदयात्रा की तैयारी में जुट गई है। यह पैदल मार्च कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के ग्रह जिले मुरैना से प्रारंभ होकर राजस्थान,उत्तर प्रदेश होते दिल्ली पहुंचेगी।किसान बिल की खामियां जनता तक पहुंचाने परिषद में संस्थापक राजगोपाल P.V. ने जन जागरूकता यात्रा भी छत्तीसगढ़ के कवर्धा से शुरू कर दी है।
इसी तारतम्य में सोमवार की शाम डिंडोरी मुख्यालय पहुंचे राजगोपाल ने स्थानीय परिषद सदस्यों से मुलाकात कर कृषि बिल को तानाशाही और गुलामी का प्रतीक करार दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की बात मानने की जगह काले कानून को जायज ठहरा रही है। जो लोकतंत्र के लिये कतई उचित नही है। कृषि सुधार कानून को बड़े कॉर्पोरेट एवं कंपनियों को लाभ पहुँचाने की साजिश बताते हुए एकता परिषद किसान बिल की फौरन वापसी को लेकर जन जागरूकता एवं पद यात्रा पर जोर दे रही है। जिसका व्यापक समर्थन परिषद को मिल रहा है।