अतिगंभीर कुपोषित बच्चों को 31 मार्च 2021 तक सामान्य श्रेणी में लाना होगा: प्रमुख सचिव अशोक शाह

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कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपन्न हुई महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक

 

जनपथ टुडे, डिंडौरी, 24 दिसम्बर 2020, प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग अशोक शाह ने कहा कि पोषण माह में चिन्हांकित किये गए अति गंभीर कुपोषित बच्चों को 31 मार्च 2021 तक सामान्य श्रेणी में लाना होगा। उन्होंने इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग को विस्तृत कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं। प्रमुख सचिव गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग की बैठक में विभागीय कार्याें की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर कलेक्टर बी. कार्तिकेयन, जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी, संभागीय संयुक्त संचालक श्रीमति शशि श्याम उईके, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमति मंजूलता सिंह, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग डाॅ. अमर सिंह उईके, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर.के. मेहरा, तेजस्विनी नारी चेतना महिला संघ के प्रबंधक यशवंत सोनवानी सहित जिला एवं जनपद स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

 

प्रमुख सचिव ने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए संस्थागत प्रसव को बढावा देने के निर्देश दिए। जिससे शासन द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ गर्भवती महिलाओं को मिल सके। उन्होंने कहा कि आंगनबाडी केन्द्रों में दर्ज अति गंभीर कुपोषित बच्चों का नियमित रूप से उपचार किया जाए। आंगनबाडी केन्द्रों में अतिगंभीर कुपोषित बच्चों को नियमित रूप से दूध, सत्तू एवं पोषण आहार दिया जाए, जिससे उनके स्वास्थ्य में सुधार हो सके। अतिगंभीर कुपोषित बच्चों का उपचार करने के लिए उन्हें पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती किया जाए। प्रमुख सचिव ने जिले के आंगनबाडी केन्द्रों की समीक्षा की। पेयजल विहीन आंगनबाडी केन्द्रों को नलजल योजना से जोडने के निर्देश दिए। शौचालय विहीन आंगनबाडी केन्द्रो में शौचालयों का निर्माण करने को कहा। अपूर्ण एवं अप्रारंभ आंगनबाडी केन्द्रों के निर्माण कार्याें को पूर्ण करने के निर्देश दिए। प्रमुख सचिव ने कहा कि सभी परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक रोजाना अपने-अपने क्षेत्रों का भ्रमण करें तथा भ्रमण रिपोर्ट संपर्क एप पर अपलोड करें। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग रोजाना परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट की समीक्षा करेंगे। पोषण आहार कार्यक्रम के अंतर्गत टेक होम राशन आंगनबाडी कार्यकर्ता के द्वारा घर-घर पहुंचाया जायेगा। उन्होंने पोषण माह के अंतर्गत वजन लिये गए बच्चों की विस्तार से समीक्षा की।

प्रमुख सचिव ने जिले में कोदो-कुटकी का उत्पादन का क्षेत्रफल बढाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में कोदो-कुटकी फसल का उत्पादन बढाने के लिए किसानों को उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराया जाए। कोदो-कुटकी का उत्पादन बढाने से जिले में संचालित स्व-सहायता समूह की प्रसंस्करण ईकाईयों को पर्याप्त कोदो-कुटकी मिलेगी, इससे कोदो-कुटकी से बनी सामाग्री तैयार होगी। प्रमुख सचिव ने तेजस्विनी संघ को अपनी योजनाओं का लाभ बालाघाट, मण्डला, सिवनी, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल में उपलब्ध कराने तथा प्रसंस्करण ईकाईयों में सुधार करते हुए इसका अनुपात बढाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में स्वास्थ्य विभाग को पोषण आहार में सुधार तथा शत-प्रतिशत टीकाकरण व एनीमिया में कमी लाने के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। प्रमुख सचिव ने कहा कि तेजस्विनी महिला संघ द्वारा आंगनबाडी केन्द्रो में सप्लाई की गई सामाग्री का शत-प्रतिशत भुगतान किया जाए। उन्होंने तेजस्विनी महिला संघ में प्राप्त लाभांश को सभी स्व-सहायता समूह के सदस्यों में वितरित करने के निर्देश दिए।

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