“कैश कांड” में EOW में प्राथमिकी दर्ज, कांग्रेसी नेताओं की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
लोकसभा चुनाव में काले धन के लेनदेन मामले में सीबीडीटी की रिपोर्ट पर ई ओ डब्ल्यू ने प्राथमिकी दर्ज की
सामान प्रशासन विभाग ने देर शाम भेजा पत्र, चुनाव आयोग को दी सूचना,
5 जनवरी को सरकार की तरफ से मुख्य सचिव को देना है चुनाव आयोग में जवाब
जनपथ टुडे, डेस्क रिपोर्ट, 31 दिसंबर 2020,सूत्रों से प्राप्त हो रही जानकारी के अनुसार आज लोकसभा चुनाव में कालेधन का लेनदेन मामले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है। ऐसे में कांग्रेसी नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सामान प्रशासन विभाग में देर शाम ईओडब्ल्यू के डीजी को पत्र भेजकर कार्यवाही करने के निर्देश दे दिए हैं। अब शिवराज सरकार में तीन मंत्रियों सहित पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। हालांकि प्राथमिकी दर्ज करने में किसी का नाम अभी शामिल नहीं किया गया है। लेकिन तीन आईपीएस अफसर सुशोवन बनर्जी, बी मधु कुमार व संजय वी. माने व पुलिस सेवा के अधिकारी अरुण कुमार मिश्रा पर गाज गिरना तो लगभग तय हो गया है।
मंत्रालय सूत्रों से बताया जा रहा है कि सीबीडीटी की रिपोर्ट पर कार्रवाई के लिए सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा था। दरअसल चुनाव आयोग ने सरकार से पूछा है कि सीबीडीटी के अप्रेजल रिपोर्ट पर आगे क्या कार्यवाही करेंगे? आयोग ने इस संबंध में राज सरकार को पत्र भेजकर मुख्य सचिव को 5 जनवरी को तलब किया है। इससे पहले सरकार ने ई ओ डब्लयू में प्राथमिकी दर्ज कराकर इसकी प्रति चुनाव आयोग की भेज दी है। बता दें कि सीबीडीटी ने 16 दिसंबर 2020 को प्रदेश के मुख्य सचिव को रिपोर्ट भेजी थी, चुनाव आयोग के अधिकारी रिपोर्ट देकर आए थे। वहीं आयोग ने रिपोर्ट में जिन लोगों पर दोष सिद्ध हुआ है उनके खिलाफ कार्यवाही करने के लिए लिखा है।
64 कांग्रेसी विधायकों के नाम 13 बीजेपी में शामिल
सीबीडीटी की रिपोर्ट में तत्कालीन कमलनाथ सरकार के मंत्री सहित 64 विधायकों के नाम हैं इनमें से 13 विधायक रिपोर्ट आने से पहले बीजेपी का दामन थाम थाम चुके हैं। बीजेपी के 13 में से 8 विधायक सिंधिया समर्थक हैं इस रिपोर्ट में सीधे तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का नाम नहीं है लेकिन दिग्विजय सिंह पर लोकसभा चुनाव में 90 लाख रुपए मिलने के आरोप हैं।
गौरतलब है कि इस रिपोर्ट में डिंडोरी जिले के दोनों विधायकों के नाम के साथ ही मंडला जिले के भी कुछ विधायकों और कद्दावर नेताओं के नाम शामिल है जिन पर इस मामले में अब कार्यवाही हो सकती है। गौरतलब है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बी डी शर्मा सहित कई बड़े बीजेपी नेता इस मामले में लगातार कांग्रेस के विधायकों के खिलाफ तीखे बयान देते रहे है जो कहीं न कहीं इस मामले में लिप्त नेताओं पर कठोर कार्यवाही का संकेत देता रहा है और आज सरकार ने EOW को प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दे कर यह साफ कर दिया है कि मामले में दोषियों पर सिकंजा कसा जा रहा है।