भ्रष्टाचार के मामलों में कार्यवाही नहीं किए जाने से नाराज़ जलेगांव के ग्रामीण कल करेगे सड़क जाम
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 10 जनवरी 2021, अमरपुर जनपद क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पंचायत जलेगांव में हुए भ्रष्टाचार के मामले को लेकर ग्रामीणों द्वारा लंबे समय से शिकायते की जा रही थी किन्तु अब तक सरपंच और सचिव के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं किए जाने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। बताया जाता है कि पंचायत में हुए करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के आरोपों पर जनपद द्वारा जांच भी करवाई जा चुकी है किन्तु लंबे समय तक जांच रिपोर्ट को दबाए रखने और पंचायत पर कार्यवाही नहीं किए जाने से लोगों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रशासन lको पुनः कार्यवाही हेतु शिकायत करते हुए 10 जनवरी तक सरपंच सचिव व सरपंच पति के खिलाफ कार्यवाही न किए जाने की स्थिति पर लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन करने और डिंडोरी बिछिया मार्ग पर चक्काजाम करने की चेतावनी दी गई है।
इस संबंध में जलेगांव के ग्रामीणों ने सोमवार को जलेगांव के मार्ग पर चक्काजाम कर धरना देने की बात कही है। ग्रामीणों ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए कल जलेगांव पंचायत के खिलाफ प्रशासन द्वारा कार्यवाही नहीं किए जाने के विरोध में चक्काजाम की जानकारी देते हुए कल 11 बजे से चक्काजाम कर धरने पर बैठने की जानकारी दी है।
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत जलेगाॅव के निर्माण कार्यो में जनपद स्तरीय जाँच प्रतिवेदन के अनुसार 38,66,615/- राशि आहरण किया जाना पाया गया जिस पर कार्यवाही हेतु 10 जनवरी का अल्टीमेटम समस्त ग्रामीणों ने दिया था किन्तु प्रशासन दोषियों पर कोई कारवाही नही कर रहा हैं। कल होने वाले सड़क जाम को लेकर ग्रामीणों ने डिंडोरी बिछिया मार्ग से दिन सोमवार को यात्रा करने वालों को भी सूचित किया है कि असुविधा से बचने दूसरे मार्ग को चुने यह हमारे अधिकार की लड़ाई है सभी ग्रामवासीयो का सहयोग करे।
चक्काजाम प्रशासन द्वारा कार्यवाही न करने के विरोध में
गौरतलब है कि जिले में ग्राम पंचायतों द्वारा करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार किए जा रहे है। जिनकी ग्रामीणों द्वारा की जाने वाली शिकायतें पहले तो दबा ली जाती हैं। जब जनता बार-बार प्रयास करती हैं तब कहीं जाकर शिकायतों की जांच करवाई जाती है, जांच के उपरांत जांच प्रतिवेदन में दोषी पाए जाने वाली पंचायतों पर भी जिला स्तर से कोई कार्यवाही नहीं किए जाने से ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है। वहीं शासन के करोड़ों रुपए ग्राम पंचायतों द्वारा गलत तरीके से गवन किए जाने के बाद भी कोई कार्यवाही पंचायतों के विरुद्ध नहीं की जा रही है जिला प्रशासन द्वारा ग्राम पंचायतों के भ्रष्टाचार को हल्के में लिए जाने और शासन के कई करोड़ों रुपए प्रति वर्ष भ्रष्टाचार की बलि चढ़ने के बाद भी प्रशासन की कमजोर कार्यवाही के चलते जिले की पंचायतों में भ्रष्टाचार का कारोबार दिनों दिन बढ़ता जा रहा है, जिसको लेकर जिले की जनता प्रशासनिक क्षमता पर सवाल भी उठा रही है और वही प्रशासन द्वारा भ्रष्टाचार के मामलों में कठोर कार्यवाही नहीं किए जाने से पंचायत प्रतिनिधि, सरपंच, सचिव से लेकर रोजगार सहायक तक दिन-रात भ्रष्टाचार में लिप्त होते जा रहे हैं, जिसकी जवाबदारी जाहिर तौर पर जिला प्रशासन की है। निर्माण कार्यों के नाम पर पंचायतों में जारी भ्रष्टाचार के मामलों में इंजीनियर और जनपद के अधिकारियों की संलिप्तता के चलते भ्रष्टाचार के विरूद्ध कार्यवाही नहीं किया जाना भी एक वजह है। जिला पंचायत सीईओ ने विगत दिनों भ्रष्टाचार के मामलों में एफआईआर दर्ज करवाने के आदेश भी पिछले दिनों जनपद के अधिकारियों को दिए थे उसके बाद भी अब तक एक भी मामले में एफआईआर दर्ज किए जाने की कोई जानकारी सामने नहीं आ रही है जबकि न जाने कितने मामले जिले में ऐसे है जिनकी जांच में पंचायतों द्वारा गड़बड़ी की जाना प्रमाणित पाई गई है।