डिंडोरी/ सहायक उपनिरीक्षक, मेजर और आरक्षक लाइन अटैच

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संदिग्ध गतिविधियों पर SP ने की कार्यवाही

AS I  मंगला दुबे, प्र. आरक्षक अशोक सेन, आरक्षक  रविंद्र यादव 

 

जनपथ टुडे, डिंडोरी, 16 जनवरी 2021, आम नागरिकों की शिकायत मिलने पर कार्यवाही करने वाली पुलिस अब पुलिसकर्मियों के विरुद्ध मिलने वाली शिकायतों पर भी त्वरित कार्यवाही से परहेज नहीं कर रही है। ताजा उदाहरण शुक्रवार को देखा गया जब तीन पुलिसकर्मियों की संदिग्ध गतिविधियों की शिकायत सूचना मिलते ही पुलिस कप्तान संजय सिंह ने तीनों कर्मियों को लाइन अटैच कर इन के विरुद्ध जांच के आदेश जारी कर दिए। कार्यवाही की जद में आए तीनों पुलिसकर्मी गाड़ासरई थाना में तैनात थे, जिनके नाम सहायक उपनिरीक्षक मंगला दुबे, प्रधान आरक्षक 27 अशोक सेन और आरक्षक 12 रविंद्र यादव है।

सूत्रों के मुताबिक यूनिफॉर्म फोर्स को बदनाम करने वाले तीनों पुलिसकर्मी आरोपी पक्ष से पैसा एठने का दबाव बना रहे थे। जिसकी शिकायत आला अधिकारियों को मिलते ही कार्यवाही को अंजाम दिया गया।

मामले की प्रारंभिक जांच करते हुए SDOP रवि प्रकाश ने शिकायत प्रतिवेदन SP संजय सिंह के समक्ष पेश किया था। जिसके आधार पर कार्यवाही करते हुए कप्तान ने शुक्रवार को संदिग्ध आचरण के आरोप में तीनों को रक्षित केंद्र भेज जांच के आदेश जारी किये हैं।

 

बताना उचित होगा कि आरक्षक रविंद्र यादव की छवि गाड़ासरई थाना क्षेत्र में रेत वाहनों से अवैध वसूली करने पर पहले ही धूमिल हो चुकी है। पूरे मामले पर थाना प्रभारी नर्मदा सिंन्द्रांम की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। चूंकि थाना प्रभारी की मौन सहमति के बगैर अधीनस्थ अमला गैरकानूनी कार्यो को अंजाम नहीं दे सकता। लिहाजा थाना प्रभारी की जांच भी आवश्यक है।

गौरतलब है कुछ दिनों पूर्व बजाग थाना क्षेत्र से भी ऐसी ही सूचनाएं मिलने पर पुलिस अधीक्षक द्वारा लगभग आधा दर्जन पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच करते हुए मामले की जांच के आदेश दिए थे। पुलिस अधीक्षक द्वारा की जा रही कार्यवाहियों से आमजन का भरोसा पुलिस व्यवस्थाओं के प्रति बढ़ा है वहीं जनता को प्रताड़ित करने और गलत तौर तरीके वाले पुलिसकर्मियों में इन दिनों हड़कम मचा हुआ है।

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