
DINDORI/ पुलिस अभिरक्षा में मौत पर सब इंस्पेक्टर और प्रधान आरक्षक का DEMOTION
ASI और आरक्षक पद पर भेजा गया
ADG शहडोल की कार्रवाई
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 24 जनवरी 2021, पुलिस अभिरक्षा में युवक की मौत के मामले में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक शहडोल जोन ने दो पुलिसकर्मियों को गंभीर कदाचरण के आरोप में डिमोशन की सजा सुनाई है।
दोनों पुलिसकर्मियों को एक पद निम्न स्तर पर भेजा गया है। विभागीय जांच में दोनों को एक युवक से प्रताड़ना पूर्वक पूछताछ का दोषी पाया गया है। पूछताछ के दौरान युवक की मौत हो गई थी। पुलिस कर्मियों के नाम उपनिरीक्षक छोटेलाल वरकड़े एवं प्रधान आरक्षक 274 घनश्याम द्विवेदी बतलाए गए हैं। जारी आदेश के मुताबिक दो सितारा SI छोटे लाल वरकड़े को सिंगल स्टार यानी ASIऔर प्रधान आरक्षक घनश्याम द्विवेदी को आरक्षक बना इनकी रैंक में कटौती की गई है। दोनों को दो-दो वर्ष के लिए दंडित करने का उल्लेख भी आदेश में किया गया है।
मामला डिंडोरी जिले की सिटी कोतवाली का है जहां 31 दिसंबर 2016 को पुलिस अभिरक्षा (CUSTODIAL DEATH) में सिधौली निवासी देवलाल ढीमर की संदिग्ध मौत हो गई थी। जिसके बाद जिले में कानून व्यवस्था प्रभावित हुई थी और मृतक के परिजनों ने पुलिस प्रताड़ना एवं मारपीट से देव लाल की मौत के आरोप लगाए थे। मामले पर न्यायिक, प्रशासनिक सहित विभागीय जांच भी जारी है। गौरतलब है कि आरोपो की गंभीरता को देखते हुए देव लाल की मौत पर CID ने भी जांच को अंजाम दिया था ।प्रारंभिक तौर पर वरिष्ठ अधिकारियों ने तत्कालीन थाना प्रभारी गिरवर सिंह उइके, एसआई छोटेलाल वरकड़े, प्रधान आरक्षण घनश्याम द्विवेदी सहित अन्य बल को निलंबित किया था। 4 वर्ष से जारी जांच के बाद पुलिस विभाग ने शनिवार 23 जनवरी को सजा सुनाते हुए छोटेलाल बरकड़े को उपनिरीक्षक से सहायक उपनिरीक्षक एवं घनश्याम दुबे को प्रधान आरक्षक से आरक्षक पद पर 2 वर्ष के लिए पदावनत किया है।
पूरे मामले पर जानकारों की माने तो CUSTODIAL DEATH की इस जांच में महकमे के छोटे कर्मचारियों को बलि का बकरा बना सजा सुनाई गई है। जबकि देवलाल की मौत पर वरिष्ठ अधिकारियों की कार्यप्रणाली और अन्य पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों को भी मृतक के परिजनों ने दोषी बतलाया था। हालांकि अब सिधौली कांड का यह जिन्न फिर बोतल में बाहर आ गया है तो अब शेष जांच किस दिशा में जाएगी यह देखना लाजमी होगा।