समनापुर वेयर हॉउस गोदाम से 15 लाख रुपए की 825 क्विंटल धान गायब, चौकीदार पर आरोप

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आरोपी चौकीदार अयोध्या गवले, जिला विपणन अधिकारी का रिश्तेदार है

धान की सरकारी कीमत लगभग 15 लाख 42 हजार बताई जा रही है।

गोदाम प्रभारी ने महीने भर पहले लिखित शिकायत की, नहीं हुई कार्यवाही

जनपथ टुडे, डिंडौरी, 6 फरवरी 2021, जिले के समनापुर जनपद मुख्यालय स्थित सरकारी वेयर हॉउस के गोदाम से 2064 बोरी धान गायब होने का मामला सामने आया है। दरअसल मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ के द्वारा सहकारी समितियों से धान खरीदी कर समनापुर के वेयर हॉउस में भंडारण कराया गया था जहां से 2064 धान की बोरियां गायब है। वेयर हॉउस से गायब हुये बोरियों में धान की मात्रा 825 क्विंटल है जिसकी सरकारी कीमत लगभग 15 लाख 42 हजार बताई जा रही है। वेयर हॉउस से धान गायब होने को लेकर जब गोदाम प्रभारी केशव मोंगरे से सवाल किये तो उन्होंने चौकीदार अयोध्या गवले पर धान गायब करने के आरोप लगाते हुए बताया कि चौकीदार अयोध्या गवले जिला विपणन अधिकारी एस के गवले के सगे रिश्तेदार हैं, जिस वजह से चौकीदार के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है।

वहीं जिला विपणन अधिकारी एस के गवले गोलमोल बातें कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए नजर आ रहे हैं।

इस संबंध में गोदाम प्रभारी श्री मोगरे द्वारा जिला प्रबंधक को 29.12.2020 को पत्र लिख कर गोदाम में कम पाई गई धान और अयोध्या प्रसाद के जानकारी न देने और गायब होने की लिखित सूचना के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई है जबकि शासन को लगभग 15 लाख रुपयों का चूना लगाया गया है और आरोपी गार्ड जिला प्रबन्धक का भतीजा बताया जा रहा है। मामले में एक माह से अधिक बीतने के बाद भी विभाग द्वारा न तो कोई कार्यवाही की गई है न अपराधिक प्रकरण दर्ज करवाया गया है। जिससे पूरे मामले को रफा दफा करने की कोशिश की तरह देखा जा रहा है।



विपणन संघ, नागरिक आपूर्ति निगम और पी डी एस में खुली लापरवाही के कई नमूने है जिले में

जिले में आम आदमी से जुड़े विपणन संघ और सार्वजनिक वितरण प्रणाली की व्यवस्थाओं में खुले आम निर्देशों की अनदेखी कर सरकार को खुले आम चुना लगाया जा रहा है लापरवाही की जा रही है जिसके पीछे जिला प्रशासन की अक्षम व्यवस्थाएं भी जिम्मेदार है। एक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के भरोसे करोड़ों रुपए की सरकारी सामग्री और गोदाम छोड़ा जाना किस नियम और निर्देशों से संभव हुआ किसकी सहमति से गोदाम का प्रभार, उक्त कर्मी को किस नियम के अनुसार दिया गया? इसी तरह नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम वाहन चालकों के हवाले है। उपार्जन और पी डी एस के शासकीय राशन का परिवहन नियमों को ठेगा दिखा कर अवैध वाहनों से कराया जाता है जिनके न टैक्स भरे जाते है न बीमा है। यदि इन वाहनों में आग लग जाए तो शासकीय सामग्री की क्षति पूर्ति कहां से होगी? शासन के साफ निर्देश है कि परिवहन ठेकेदार द्वारा निविदा में दर्शाए गए वाहनों से ही परिवहन किया जावेगा किन्तु विभाग के अधिकारियों की साठगांठ से मनमानी चल रही है जिसका नतीजा कभी भी इसी तरह की घटनाएं हो सकता है और शासन को क्षति पहुंचाई जा सकती है फिर भी विभाग और जिला प्रशासन गंभीर नहीं है। समनापुर गोदाम में हुई गड़बड़ी पर अब तक संबंधित के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किए जाने गोदाम प्रभारी के आरोपों की जांच व कार्यवाही नहीं किया जाना साफ करता है कि विपड़न संघ के संज्ञान में मामला आने के बाद भी कार्यवाही महीनों बाद नहीं की जा रही है और पूरे मामले को दबाने की ही ये कोशिश है।


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