कमलनाथ के भाई भाभी के हत्या के आरोपी ग्वालियर से गिरफ्तार
जनपथ टुडे, ग्वालियर, 8 फरवरी 2021, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के चचेरे भाई – भाभी की ग्रेटर नोएडा में उनके घर में ही हुई हत्या की वारदात ग्वालियर के देव शर्मा और विशाल सिंह भदोरिया ने अपने साथी रोहित वाल्मिकी व सुभाष आहिवार के साथ मिलकर अंजाम दिया था। देव शर्मा को तो ग्रेटर नोएडा पुलिस ने शनिवार सुबह ग्वालियर से उठा लिया था। जिससे हत्या का राज खुल गया तो पुलिस ने रात में उससे गहने और रुपए बरामद करने के लिए दोबारा ग्वालियर लाई।
ग्वालियर के देव शर्मा और विशन सिंह भदोरिया कमलनाथ के भाई भाभी हत्याकांड में गिरफ्तार
रविवार देर रात बाकी तीन बदमाशों की लोकेशन ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर के पास की मिली तो ग्रेटर नोएडा पुलिस की दूसरी टीम ने रविवार तड़के तीनों को घेर लिया। बचने के लिए बदमाशों ने पुलिस पर गोलियां चलाई तो पुलिस ने भी फायर ठोके। विशन सिंह भदोरिया के पैर में गोली लगी, जिससे वह घायल होकर गिर पड़ा दो बदमाश भागने में सफल हो गए। घायल विशन को ग्रेटर नोएडा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बदमाशों से पूछताछ में सामने आया है। कि इन लोगों ने लूट के लिए बुजुर्ग दंपत्ति नरेंद्र नाथ और सुमन नाथ की हत्या की थी।
हत्या करने के बाद चारों भागकर ग्वालियर आ गए। यहां देव तो घर पर रुका रह गया। जबकि तीन बदमाश यहां से भी भाग निकले। ग्रेटर नोएडा के अपर पुलिस आयुक्त (लॉ एंड ऑर्डर) ने बताया कि नाथ दंपति की हत्या के बाद सबसे पहले उन लोगों की सूची तैयार की गई जिनका उनके घर आना-जाना था। इसमें रोहित वाल्मीकि अलीगढ़, देव शर्मा निवासी गोवर्धन कॉलोनी ग्वालियर, विशन सिंह भदौरिया निवासी सैनिक कॉलोनी ग्वालियर और सुभाष अहीरवार महोबा के नाम सामने आए। नरेंद्र नाथ के साथ यह लोग शराब खोरी भी करते थे।
इनके मोबाइल की कॉल डिटेल और घटना के दिन की लोकेशन निकाली गई तो लोकेशन घर पर मिली इनकी लगातार आपस में बात हुई और नरेंद्र नाथ से भी संपर्क में रहे यहीं से इनकी तलाश शुरू हुई इनकी लोकेशन ग्वालियर मिली तो वे बीटा-2 थाने की टीम भेजी गई देव शर्मा तो ग्वालियर में मिल गया, विशन नहीं मिला तो उसके पिता को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। देव से दिन में पूछताछ की तो उसने विशन, रोहित, सुभाष के साथ मिलकर हत्या करना स्वीकार किया रात में फिर उसे लेकर ग्वालियर आए तो उसने घर में लूटे गए रुपए और गहने बरामद हो गए।
ओला कैब से खुला गया राज
डीसीपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि जब चारों के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाए तो देव की मोबाइल से हत्या वाली रात ओला कैब बुक की गई जब ओला कैब के ड्राइवर अफरोज खान तक पहुंचे तो उसने बताया कि नोएडा के पास साखीपुर गांव रोड पर स्थित ब्लैक व्हाइट ड्रेस गेस्ट हाउस से चार युवकों ने बुकिंग की थी उन्हें ग्वालियर के गोला का मंदिर इलाके में छोड़ा था गेस्ट हाउस से चारों के आधार कार्ड से पता निकाला और ग्वालियर के लिए टीम भेजी यहां देव मिल गया तो पूरा राज खुल गया।
दोनों आरोपियों के पास से एचडीएफसी पीएनबी बैंक की पासबुक और ब्लैक जिन पर सुमन नाथ के हस्ताक्षर थे लाखों रुपए, सुमन नाथ के जेवर जिनकी कीमत करीब ₹1500000 है बरामद हुए हैं। इनसे ₹13000 नगद मिले हैं, जो इन्हें हिस्से में मिले थे 17000 रुपए अन्य बदमाशों के पास हैं।