जबलपुर : मधुसूदन दास ,कृष्ण कुमार मालपानी सहित जेडीए और नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ 420 दर्ज
कांग्रेस नेता कदीर सोनी उनके भाइयों पर सरकारी जमीन बेचने का मामला दर्ज
जनपद टुडे जबलपुर 13 फरवरी 2021, लोकायुक्त ने प्रकरणों में जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट तैयार कर दी है। जिसके बाद मधुसूदन दास, कृष्ण कुमार मालपानी सहित जेडीए और नगर निगम के अधिकारियों पर 420 का मामला दर्ज किया गया है। इसमें एक मामले में शिक्षण संस्थान खोलने के लिए दी गई जमीन पर अस्पताल तान दिया गया तो वही दूसरे मामले में प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री पूर्व जेडीए उपाध्यक्ष व उनके भाइयों द्वारा करोड़ों की सरकारी जमीन को ही बेच दिया गया। दोनों ही मामलों में जब लोकायुक्त ने जांच की तो इसमें जेडीए, टीएनसीपी, नगर निगम, रजिस्ट्री कार्यालय समेत करीब एक दर्जन पदस्थ रहे सरकारी कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आई। जिसके बाद इन सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
शिक्षा संस्थान का फायदा उठा तान लिया अस्पताल
पहले मामले में विजय नगर ने शिक्षण संस्थान खोलने के नाम पर सरकार से रियायती दर पर करोड़ों की जमीन ली गई। जमीन मिलने के बाद यहां पर अस्पताल तान लिया गया। इस मामले में करीब 16 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। जांच में यह बात सामने आई कि उक्त जमीन की वर्तमान कीमत 30 करोड़ रुपये हैं। जो सेट मन्नूलाल जगन्नाथ दास अस्पताल ट्रस्ट को शिक्षण संस्थान खोलने के लिए लीज पर दी गई थी। सरकारी अधिकारियों की सांठगांठ से इस जमीन का मद परिवर्तन करके बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया। जिसके बाद जमीन पर अस्पताल बना लिया गया। 20 हजार वर्ग फुट में डेंटल कॉलेज बनाया जाना था। मामले की जांच पूरी होने के बाद करीब 16 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।
शासकीय अधिकारियों की मदद से बेच दी सरकारी जमीन
इसी प्रकार विजय नगर में ही प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री पूर्व जेडीए उपाध्यक्ष कदीर सोनी ने अपने भाइयों के साथ मिलकर करोड़ों की सरकारी जमीन को ही बेच डाला। जिसमें लोकायुक्त ने कदीर सोनी सहित उनके दो भाइयों पर प्रकरण दर्ज किया है। इसमें सरकारी अधिकारियों को भी आरोपी बनाया गया है। इस संबंध में लोकायुक्त को मुकेश जैन ने शिकायत की थी की जगदंबा गृह निर्माण सहकारी समिति के नाम पर अहिंसा चौक के पास जमीन आवंटन किया गया था। समिति की जमीन के पास ही 2 एकड़ सरकारी मद की भूमि थी। जिसे कदीर सोनी व उनके भाइयों रशीद सोनी और सईद सोनी ने शासकीय अधिकारियों की मिलीभगत से इस जमीन को भी बेच दिया इतना ही नहीं जमीन बेचने के बाद इसका नक्शा और निर्माण की अनुमति प्राप्त कर ली। जांच पूरी होने के बाद कदीर सोनी सहित उनके भाइयों और शासकीय अधिकारियों पर मामला दर्ज किया गया है।