कोरोना वैक्सीन :1 मार्च से वृद्ध लोगों के लिए कोरोना वैक्सीन?

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किस उम्र से अधिक वालों को लगाई जावेगी 1 मार्च से वैक्सीन

निजी अस्पताल में कितना खर्च होगा?

जनपथ टुडे, नई दिल्ली, 27 फरवरी 2021, केंद्र सरकार ने हाल ही में कोरोना टीकाकरण के दूसरे चरण की घोषणा की है, जिसके तहत 1 मार्च से 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीके दिए जाएंगे। इसके अलावा 45 अधिक उम्र के वे लोग जिन्हें को – मार्बोडिजिज है वे टीकाकरण करवा सकेंगे।

देश में कोरोना टीकाकरण, जो 16 जनवरी से शुरू हुआ, अब तक केवल स्वास्थ्य देखभाल और फ्रंटलाइन श्रमिकों में शामिल था। अब जब एक मार्च से एक नया टीकाकरण अभियान शुरू हो रहा है, तो लोग निजी और सरकारी दोनों अस्पतालों से वैक्सीन प्राप्त कर सकेंगे। सरकार ने बताया है कि निजी तौर पर, लोगों को कुछ रुपए खर्च करने होंगे, जबकि सरकारी अस्पताल में, यह सुविधा पूरी तरह से मुक्त। सरकार द्वारा इस घोषणा के बाद, लोगों के पास टीकाकरण के नए चरण के बारे में कई सवाल हैं, जो वे जवाब जानना चाहते हैं।

 

1 मार्च से टीका कौन लगवा पाएगा?

कोई भी व्यक्ति जो 60 वर्ष से अधिक आयु का है। इसके अलावा, 45 वर्ष से अधिक उम्र का व्यक्ति जिसे कोई बीमारी है जो कोरोना को अधिक गंभीर बना देता है। ये लोग 1 मार्च से कोरोना वैक्सीन प्राप्त करने में सक्षम होंगे

मार्बोडिजिज क्या है?

केंद्र सरकार को अभी यह सूची जारी नहीं की है कि रुग्णताओं में कौन से रोग आएंगे, जिससे पीड़ितों को टीका लगाया जा सकेगा। हालांकि, मामले से परिचित विशेषज्ञों का कहना है कि मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर, हृदय रोग, फेफड़े, यकृत या गुर्दे की बीमारियों जैसे रोगों को सूची में शामिल किया जा सकता है।




 

व्यक्ति को – मार्बोडिजिज हैं, यह कैसे तय किया जाएगा?

यदि किसी की उम्र 45 वर्ष से अधिक है और रुग्णता है, तो उसे वैक्सीन प्राप्त करने के समय एक प्रमाण पत्र दिखाना होगा। व्यक्ति यह प्रमाण पत्र पंजीकृत चिकित्स क से प्राप्त कर सकेगा।

टीकाकरण के दूसरे चरण में सत्यापन कैसे होगा?

जो लोग कोरोना टीकाकरण के लिए जाते हैं, सरकार को ये पत्र दिखा सकता है। आईडी कार्ड, आधार नंबर, ड्राइविंग लाइसेंस, हेल्थ केयर इंश्योरेंस, स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, सांसदों / विधायकों के दिए गए आईडी कार्ड, पैन कार्ड, बैंक / पोस्ट ऑफिस पासबुक, पेंशन दस्तावेज़, सरकारी आईडी कार्ड आदि।

सरकारी अस्पताल में वैक्सीन का खर्च कितना होगा?

सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि सरकारी अस्पतालों में नि: शुल्क कोरोना वैक्सीन लगाया जाएगा। इसके लिए लोगों को कोई राशि नहीं देनी होगी। निजी अस्पताल में कितना पैसा देना होगा? सरकार ने कहा है कि निजी अस्पताल में कोई टीकाकरण के लिए लोगों को रुपये खर्च करने होंगे। हालांकि सभी राज्यों ने अभी तक राशि की घोषणा नहीं की है, गुजरात में कोरोना वैक्सीन प्राइवेट अस्पताल में कीमत 250 रुपये होगी।

सरकार निजी अस्पतालों के लिए कितनी कीमत तय कर सकती है?

मामले की जानकारी के साथ लोगों को बताया कि एक खुराक की अधिकतम कीमत एक निजी अस्पताल के लिए 400 रुपये तय की जा सकती है। वहीं, गुजरात के एक निजी अस्पताल में इसकी कीमत 250 रुपये तय की गई है।

क्या आप अपना पसंदीदा टीका चुन पाएंगे?

सरकार की ओर से इस पर कोई स्पष्टता नहीं है। ड्रग रेगुलेटर ने देश के लिए दो टीके लगाए हैं। एक है ऑक्सफोर्ड – एस्ट्राजेनेका का कोविशिल्ड, जो सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाया गया है और दूसरा भारत बायोटेक का कोवाक्सिन है। यह एक देसी कोरोना वैक्सीन है। स्वास्थ्य देखभाल और फ्रंटलाइन कार्यकर्ता, जिन्हें अब तक कोरोना वैक्सीन दिया गया है, के पास दो टीकों में से एक को चुनने का विकल्प नहीं था।



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