पत्नी के नाम पर फर्जी फर्म बना करोड़ों रुपए का भुगतान हड़पने वाले सचिव की ग्रामीणों ने की शिकायत
ग्राम पंचायत उमरिया में सीसी रोड के नाम पर लाखों रुपए डकार गए पंचायत के सरपंच और सचिव
भारी भ्रष्टाचार के बाद भी सचिव को मिल रहा है संरक्षण
पत्नी के नाम फर्जी फर्म को किए गए करोड़ों रुपए के भुगतान
मृतकों के नाम पर मजदूरी भुगतान किए जाने पर भी नहीं हुई कार्यवाही
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 2 मार्च 2021, जिला मुख्यालय में जन सुनवाई के दौरान करंजिया जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत उमरिया के सरपंच और सचिव के द्वारा किए जा रहे भारी भ्रष्टाचार की शिकायत करने ग्रामीण जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे। ग्रामीणों के द्वारा पंचायत सचिव की कारगुजारियो की लिखित शिकायत जिला कलेक्टर को देते हुए जांच कर कार्यवाही की मांग की गई। भ्रष्टाचार और अनियमितता कर निर्माण कार्यों के नाम पर स्वीकृत राशि से अधिक राशि का आहरण किए जाने और विकास कार्यों की राशि हड़पने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की गई है।
शिकायतकर्ताओं के अनुसार मेन रोड से सुरेश के घर तक ₹5 लाख की लागत से स्वीकृत सीसी रोड निर्माण कार्य में ₹8.13 लाख की राशि आहरित कर ली गई जबकि यह मार्ग वर्ष 2011- 12 में बनाया गया था। इसी तरह फगनू के घर से सोसाइटी तक 6 लाख रुपए की स्वीकृति वाले सीसी मार्ग निर्माण कार्य में 10.78 लाख रुपए की राशि का आहरण कर लिया गया यहां पर भी पंचायत द्वारा कार्य नहीं करवाया गया। इसी तरह बहेरा नाला से गेंद सिंह के घर तक 4.50 लाख रुपए की लागत से बनने वाले सीसी सड़क निर्माण को मात्र 30 मीटर बना कर छोड़ दिया गया है और राशि आहरण किए जाने की जानकारी प्राप्त हो रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि उमरिया पंचायत में पदस्थ सचिव बहादुर सिंह बट्टी के पास उमरिया और ठाढ़पथरा दो ग्राम पंचायतों का प्रभार है और उनके द्वारा ग्राम विकास के कार्यों को ठीक ढंग से नहीं किया जाता है। लोगों को वह हमेशा पंचायत से नदारत मिलते हैं और कागजी कार्यवाही कर उनके द्वारा मोटी रकम निर्माण कार्यों के नाम पर निकाल ली जाती है और कार्य करवाया ही नहीं जाता।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि निर्माण कार्य हुए होते तो हमें यहां तक आने की जरूरत क्यों पड़ती, ग्रामवासियों ने इन सभी कार्यों की जांच जिला पंचायत स्तर की टीम से करवाए जाने की मांग की है और सचिव तथा घर बैठ कर कार्यों के नाम पर बिल बनाने और घर से निर्माण कार्यों का मूल्यांकन करने वाले सब इंजीनियर के खिलाफ भी कार्यवाही की जाने की बात हमारे प्रतिनिधि से कहते हुए बताया गया कि सब इंजीनियर के संरक्षण से ग्राम पंचायत में घटिया निर्माण और गड़बड़ियां की जा रही है।
पत्नी के नाम पर बेखौफ सचिव ने किया करोड़ों का बारा न्यारा
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गौरतलब है कि सचिव की पत्नी सविता बाई के नाम पर फर्म बना कर पिछले 5 से 6 वर्षों में सचिव द्वारा दोनों ग्राम पंचायतों से इस फर्म के नाम पर पंच परमेश्वर योजना में लगभग एक करोड़ रुपयों की राशि का भुगतान किया गया है। मनरेगा अन्तर्गत भुगतान की गई राशि भी करोड़ों रुपए हो सकती है जिसका खुलासा जांच से जो सकता है।
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गौरतलब है कि सचिव की पत्नी की इस फर्म को भुगतान केवल इन दो ही पंचायतों से किया गया है यह फर्म सिर्फ अपने सचिव पति की पदस्थापना वाली ग्राम पंचायतों में ही सामग्री का विक्रय करती है सूत्रों की माने तो न तो इनकी बिल में दर्ज ठिकाने पर कोई दुकान है और न गोदाम फिर भी इस फर्म से लाखों करोड़ों का माल बेचा गया? सविता बाई के बिलों में साफ तौर पर सचिव बहादुर सिंह बट्टी का मोबाइल नंबर ही अंकित है जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि कारोबार का संचालन किसके द्वारा किया जाता है ।
साथ ही उनके द्वारा गलत TIN नंबर का उपयोग बिल पर किया जा रहा है जो की पंजीयन के ही दिन से रद्द बताया जा रहा है। जाहिर तौर पर इसका टैक्स भी चोरी किया गया है इस संदर्भ में उनसे हमारे प्रतिनिधि द्वारा जानकारी लेने के का प्रयास भी किया गया किन्तु वे जानकारी देने से बचते रहे। अपने शासकीय पद का लाभ उठाते हुए सचिव द्वारा अपनी पत्नी के नाम करोड़ों रुपए की राशि पंचायतों से हड़पी जा चुकी है।
सचिव पर नहीं होगी कार्यवाही
उक्त सचिव काली कमाई के बूते ऊपर से नीचे तक सबके मुंह बंद कर चुका है जिसके चलते इसके विरूद्ध किसी तरह की कार्यवाही संभव नहीं है। पूर्व में मृत महिला के नाम पर मजदूरी भुगतान किए जाने और खाते से राशि निकाल लिए जाने की शिकायत पर भी जनपद के अधिकारियों द्वारा इस अपराधिक कृत्य पर कोई कार्यवाही न कर राशि पंचायत के खाते में जमा करवा कर माफी दे दी गई थी।
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ठाढ़पथरा पंचायत में पिछले दिनों अनुपयोगी स्थल पर एक साथ कई चेक डेम बना कर राशि डकारे जाने के आरोपों पर भी इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई। स्थितियों से साफ है कि भारी भ्रष्टाचार कर जिम्मेदार लोगों की जेब भरने में माहिर उक्त सचिव के खिलाफ जांच करने वाले अधिकारियों द्वारा आगे भी इसे संरक्षण दिया जावेगा और इनकी करतूत पर हर हाल में पर्दा डाला जाएगा। जिला स्तर से इसके खिलाफ चाहे जितने सख्त आदेश जारी किए जावे पर इस सचिव पर कोई कार्यवाही संभव नहीं है, ऐसी चर्चा पूरे क्षेत्र में व्याप्त है।
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टैक्स चोरी करने, शासकीय पद का लाभ उठाते हुए अपनी पति को पद का लाभ दिलाने, आयकर, विक्रय कर न भर शासन को चूना लगाने और ग्रामीणों के आरोपों की जांच करवा कर उक्त सचिव के खिलाफ नियमानुसार कठोर कार्यवाही अवश्य संभव है यदि इसको जिम्मेदार अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त न हो तो?