आवास और खेत तालाब स्वीकृत कराने रिश्वत लेते रोजगार सहायक रंगे हाथ धराया
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 15 मार्च 2021, प्रदेशभर की ग्राम पंचायतों में व्याप्त भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी से तंग हो चुके ग्रामीण जन का सब्र अब टूटता जा रहा है। बिना रिश्वत के पात्र हितग्राहियों को भी शासन की योजनाओं के लाभ न मिलने से परेशान है अब ऐसे मामलों की शिकायते लोकायुक्त के पास तक लेकर जा रहे हैं लोग। ऐसा ही एक मामला आज छतरपुर की ग्राम पंचायत रंनगुआ में देखने आया जहां रोजगार सहायक को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत में पदस्थ रोजगार सहायक सोमवार की सुबह ₹10000 की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। यह रोजगार सहायक एक हितग्राही से आवास और कुआं स्वीकृत कराने के बदले 40 हजार रूपए की रिश्वत मांग रहा था। इस पर हितग्राही ने लोकायुक्त एसपी सागर से शिकायत की।
ग्राम पंचायत रनगुवा में पदस्थ रोजगार सहायक राम मनोहर मिश्रा अपने ही गांव के रामस्वरूप विश्वकर्मा से कपिलधारा योजना अंतर्गत कुआ और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास स्वीकृत कराने की एवज में ₹40000 की रिश्वत मांगी जा रही थी। रामस्वरूप विश्वकर्मा रिश्वत नहीं देना चाहता था और उसने शिकायत लोकायुक्त एसपी रामदयाल यादव की एसपी ने आवेदक द्वारा दी गई मोबाइल रिकॉर्डिंग का परीक्षण कराया इसके बाद तय हुआ सोमवार को आवेदक रोजगार सहायक को रिश्वत के 10000 देगा। इस पर आवेदक ने सोमवार की सुबह रोजगार सहायक राम मनोहर मिश्रा को फोन किया इस पर राम मनोहर मिश्रा ने कहा कि वह जनपद पंचायत कार्यालय पहुंच रहा है वहां आकर मिले। दोपहर करीब 12:00 बजे रोजगार सहायक राम मनोहर मिश्रा ने आवेदक को जिला न्यायालय के पास दुकान में बुलाया जैसे ही आवेदक ने रोजगार सहायक को ₹10000 दिए लोकायुक्त टीम ने उसे दबोच लिया।