डॉक्टर, रेमडेसीविर के 400 इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार

Listen to this article

नकली रेमडेसीविर इंजेक्शन की खेप पकड़ाई

जनपथ टुडे, इंदौर, 15 अप्रैल 2021, मध्यप्रदेश के इंदौर क्राइम ब्रांच ने रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए, इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। नकली इंजेक्शन बेचने के मामले में गिरफ्त में आए डॉ विनय त्रिपाठी नामक व्यक्ति के पास से 16 बॉक्स मिले हैं।

प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है कि वह इन इंजेक्शन को हिमाचल प्रदेश से लेकर आया है। मामला अभी पुलिस जांच में है। पुलिस मामले में पूछताछ कर रही है। डीआईजी मनीष कपूरिया ने बताया आरोपी डॉक्टर विनय त्रिपाठी है। पुलिस को सूचना मिली थी कि इंजेक्शन का स्टॉक किसी व्यक्ति के पास है वह इंदौर में सप्लाई करने वाला है। इस पर टीम ने पड़ताल के बाद डॉ. त्रिपाठी को पकड़ा उनके पास से 16 पैकेट मिले हैं। एक पैकेट और 25 वायल हैं, इस प्रकार से बिनय के पास से पुलिस को चार सौ वायल मिले हैं।

जब इस संबंध में पूछताछ की गई तो पता चला त्रिपाठी ये इंजेक्शन हिमाचल प्रदेश से लेकर आए हैं। जब उनसे संबंधित दस्तावेज मांगे गए तब वे कागजात नहीं दे पाए। मामले में क्राइम ब्रांच के साथ ड्रग विभाग की टीम भी जांच कर रही है। पता चला है कि व्यक्ति फार्मा बिजनेस से जुड़ा है पीथमपुर में उसकी यूनिट भी है।

एक तरफ पूरे देश में कोरोना ने मौत का तांडव मचा रखा है। आमजन से लेकर शासन और प्रशासन तक हलाकान है। चारों ओर सिर्फ मौत का साया दिखाई दे रहा है, दर्दनाक और दुखद हालात के बीच भी कुछ लोग इतना गिर चुके है कि मानवता शर्मसार हो रही है। जहां जान बचाने के लिए जरूरी दवाइयों और सामग्री की जमाखोरी और कालाबाजारी कर लोग मनमाना मुनाफा कमाने की कोशिश में है, वहीं लोगों की जान की परवाह किए बगैर नकली इंजेक्शन बेचकर लोग अपनी तिजोरियां भरने में लगे है। पुलिस कार्यवाही कर रही है पर मौत से जूझते लोगों से सौदा करने वालों की संख्या कम नहीं है।

Related Articles

Close
Website Design By Mytesta.com +91 8809 666000