इजरायल में लोगों को एक साल बाद मास्क लगाने के प्रतिबन्ध से मिली मुक्ति
80% आबादी को लगाई जा चुकी है कोरोना वैक्सीन
दुनिया भर में कोरोना के बीच इजराइल ने घर से बाहर मास्क पहनने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। 80% जनता को कोरोना वायरस वैक्सीन लगाने के बाद यह ऐलान किया गया है।
जनपथ टुडे, डेस्क न्यूज, 22 अप्रैल 2021, तेल अवीव, कोरिना वायरस के कहर से जूझती दुनिया के लिए एक अच्छी खबर है। इजरायल ने एक साल बाद घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाने का प्रतिबन्ध खत्म कर दिया है। इजरायल ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब उसने अपनी 80 फ़ीसदी जनता को कोरोनावायरस वैक्सीन लगाने में सफलता हासिल कर ली है। इजराइल ने रविवार को मास्क लगाने का प्रतिबन्ध खत्म करने का ऐलान किया है। यह निर्णय इजराइल की कोरोना वायरस से जंग में एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।
इजरायल के स्वास्थ्य मंत्री यूली इंटेलस्टेइन ने पिछले गुरुवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दर वैक्सीन के लगाने के बाद बहुत कम हो गई है। इसलिए प्रतिबंध से ढील देना संभव हुआ है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि अभी ऑफिस के अंदर मास्क पहनना अनिवार्य होगा। रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार 93 लाख की आबादी में इजरायल ने अब तक 50 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन लगा दी है।
इजराइल में हालत बहुत बदल गए हैं। वैक्सीन लगाए जाने की वजह से कोरोना संक्रमण के कारण मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया जाना और मौतों का आंकड़ा बहुत कम हो गया है। देश के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फाइजर से मेडिकल डेटा शेयर करने की शर्त पर बड़े पैमाने पर कोरोना वैक्सीन हासिल किया था। इजराइल वैक्सीन के प्रभाव का डेटा फाईजर के साथ साझा कर रहा है।
कोरोना वैक्सीन लगाए जाने से इजराइल में हालात बहुत बदल गए हैं। जनवरी महीने के मध्य में जहां इजराइल में हर दिन 10000 नए मामले सामने आ रहे थे, वहीं अब प्रतिदिन 200 मामले ही सामने आ रहे हैं। जिनमें कई प्रतिबंधों में काफी ढील दी गई है। लेकिन इसके बाद भी लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की दर बहुत कम बनी हुई है। हालांकि दुनिया के अन्य देशों से आ रहे लोगों के लिए बड़े प्रतिबंध अभी भी जारी हैं।
दुनिया के बहुत से देश वैक्सीन के लिए संघर्ष कर रहे है वहीं जिन देशों में वैक्सीन उपलब्ध है वहां लोगों के रुचि नहीं लेने से भी वैक्सीन का अभियान पूरी तरह सफल नहीं हो पा रहा है वहीं इजरायल में कोरोना की जंग में जीत से अन्य देश इस दिशा में तेजी ला रहे है।