ग्राम देवरा मे गहराया जलसंकट, कोविड प्रोटोकॉल की अनदेखी कर पानी भरने जमा हो रही भीड़
ग्राम पंचायत और पी एच ई विभाग की आंखे है बन्द
जनपथ टुडे, डिंडौरी, 1 मई 2021, जिला मुख्यालय से लगे ग्राम देवरा में जलसंकट के चलते कोविड-19 कोरोना वायरस महामारी के नियमों का खुला उल्लंघन करने ग्रामवासी मजबूर है। पानी की व्यवस्था को लेकर ग्राम पंचायत के जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे है। ग्राम देवरा में नल जल योजना ठप्प पड़ी होने से लोगों का बुरा हाल है, पानी घरो तक नहीं पहुंच रहा। जिसके चलते ग्रामीण इस भयावह महामारी के बावजूद भी घरों से निकलकर पीने के पानी के लिए सैकड़ों की संख्या में बोरिंग स्थल तक पहुंच कर पैदल व दो पहिया, तीन पहिया वाहनों से घरों तक पानी ले जा रहे है।
जबकि शासन द्वारा पीने के पानी को लेकर कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं बावजूद इसके जिला मुख्यालय से सटे होने के बाद भी ग्राम पंचायत देवरा में न तो नल जल योजना का संचालन हो पा रहा है और न ही जल जीवन मिशन जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले के ग्रामीण अंचलों की क्या दशा होगी।
निष्क्रिय शासन और प्रशासन और पी एच ई विभाग का कारनामा है कि शहर से सटे ग्राम में लोगों को सुविधा नहीं मिल पा रही है। वहीं मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री बड़े बड़े आंकड़े पेश करते है जिन्हे सुनकर ग्रामीण हंसते जरूर है।
पंचायत पेयजल व्यवस्था के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। जबकि बताया जाता है कि डिंडोरी विधायक के द्वारा टैंकर भी ग्राम पंचायत को मुहैया कराया गया है। बावजूद इसके आज तक टैंकर का उपयोग ग्राम में जल संकट के दौरान नहीं किया गया।
एक ओर लॉक डॉउन लागू किया गया है दूसरी ओर ग्रामीण पानी लेने बोरिंग स्थल तक बडी संख्या मे पहुंच रहे हैं। गांव में नलजल योजना के अलावा पानी की कोई और व्यवस्था नहीं है और इससे आपूर्ति हो नहीं पाती।
लोग कोविड-19 के नियमों का खुला उल्लंघन करते हुए पीने के लिए पानी जुटा रहे। लगभग महीना बीतने को है पर पंचायत के जिम्मेदार ग्रामीणों की सुध लेने नही पहुंचे जिससे ग्रामीणों मे रोष व्याप्त है। पेयजल व्यवस्था जल्द से जल्द दुरूस्त नहीं होने से कोरोना संक्रमण का प्रभाव व्यापक रूप में इस ग्राम में हो सकता है। गौरतलब है कि नर्मदा पुल पार साकेत नगर और हंस नगर में लगातार कोरोना पीड़ितो की संख्या बढ़ रही है वहीं देवरा में भी संक्रमित जन है उनके परिजनों को पानी भरने से तो रोका नहीं जा सकता ऐसे में स्थिति खतरनाक हो सकती है।