घटिया रेत और बिना लोहे के उपयोग के बनाए जा रहे चेक डेम
धर्मेंद्र मानिकपुरी :-
कोरोना गाइडलाइन की खुली अवहेलना
नाबालिग बच्चों को मजदूरी पर रख चल रहा स्टाप डेम निर्माण कार्य
मनरेगा का कार्य ठेकेदारी पर होने के चलते हो रहा घटिया सामग्री से निर्माण कार्य
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 1 जून 2021, जनपद पंचायत करंजिया अंतर्गत ग्राम पंचायत पंडरीपानी के वनग्राम पंडरीपानी एवं त्रिछुला में स्टाप डेमो का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिसमें शासन की मंशा के विपरीत मनमानी पूर्वक कार्य ठेकेदार द्वारा कराए जा रहे हैं। ग्राम पंचायत में चार डेम का निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिसमें तीन डेम का निर्माण कार्य जारी है और इन डेमों में घटिया निर्माण सामग्री का मनमानीपूर्वक उपयोग किया जा रहा है। डेम निर्माण कार्य में जिस तरह की रेत उपयोग की जा रही है वह रेत है या मिट्टी कोई अंतर नहीं है। मिट्टीयुक्त रेत से बन रहे स्टाप डेम निर्माण कार्य में लोहे की मात्रा शून्य है जिस पर कार्य करवा रहे ठेकेदार के सुपरवाइजर का कहना है कि लोहा लगाए जाने का प्रावधान नहीं है। एक ही बरसात और नाले के बहाव में डेम बहने की आशंका है। ग्राम के विकास और विस्तार के लिए आई शासकीय राशि का पंचायत कर्मियों द्वारा बंदरबांट किया जाना पंचायतकर्मियों की मंशा पर सवाल खड़े करता है कि इस तरह का घटिया कार्य पंचायत कर्मियों की स्वयं के स्वार्थ और लाभ की दृष्टि से किया जा रहा है।
इसी डेम में देश के भविष्य नवमी दशमी के छात्र काम कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार गारंटी योजना लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए है पर यह अब ग्राम पंचायतकर्मियों के लिए कमाई का जरिया बन गया है। घटिया निर्माण, ठेकेदारी और मशीनों के उपयोग आदि में उच्चाधिकारी भी भरपूर सहयोग दे रहे हैं। इस तरह के गुणवत्ताहीन कार्य में उपयंत्री और सहायक यंत्री के भी इस भ्रष्टाचार में लिप्त होने की संभावना से नकारा नहीं जा सकता है। उन्हें समय समय पर कार्य का निरीक्षण और सामग्री का परीक्षण करना चाहिए वे यदि घर पर बैठकर इन निर्माण कार्यों का मूल्यांकन नहीं करते तो शायद निर्माण कार्य इतनी घटिया गुणवत्ता के नहीं होते। पंचायतों को जहां कोरोना गाइड लाइन के पालन के निर्देश है वहीं मास्क और सेनेटाइजर आदि के लिए राशि भी दिए जाने के बाद भी इन कार्यों पर किसी भी निर्देश का पालन होता नहीं दिखाई दे रहा है। जो शासन और प्रशासन के नियम निर्देशों के साथ खुला मजाक है ऐसे निर्माण कार्यों का औचक निरीक्षण जिला प्रशासन द्वारा किया जाना चाहिए और उचित कार्यवाही की जनापेक्षा है।