किसानों को परंपरागत खेती के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाया जाएगा: कलेक्टर

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कलेक्टर श्री रत्नाकर झा ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में दिए निर्देश

 

जनपथ टुडे, डिंडोरी, 3 जुलाई 2021, कलेक्टर रत्नाकर झा ने कहा कि जिले के किसानों को अनाज, सब्जी और फल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना है। इससे किसानों की आमदानी बढेगी और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। उन्होंने किसानों को शासन की योजनाओं से लाभांवित करने के निर्देश दिए। किसानों को उच्च किस्म की धान, गेहूं और कोदो-कुटकी के बीज उपलब्ध कराने को कहा। बुआई का रकवा बढाने के निर्देश दिए, जिससे फसलों की पैदावार बढ सके और किसानों को लाभ हो। कलेक्टर ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में उक्त निर्देध दिए। इस अवसर पर राज्य समन्वयक यशवंत सोनवानी, सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग डाॅ. संतोष शुक्ला, उपं संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डाॅ. चौधरी, उप संचालक कृषि, जिला समन्वयक निरंजन महोरे, जिला समन्वयक जागेष्वर सिंगौर, लेखा अधिकारी सरमन सिंह ठाकुर सहित विभागीय अमला मौजूद थे।

जिला कलेक्टर ने कहा कि किसानों को परंपरागत खेती करने के लिए प्रेरित करें। किसानों को उच्च किस्म के बीज, खाद और कृषि यंत्र का प्रयोग करने की सलाह दें। किसानों के खेतों की मिट्टी का परीक्षण कर, उर्वरकता के अनुसार उन्हें खेती करने की सलाह दें। किसानो को परंपरागत फसलों के साथ-साथ व्यावसायिक फसलें तैयार करने के लिए मार्गदर्शन करें। किसानों को बताएं कि व्यावसायिक फसल की पैदावार करने से आमदानी बढेगी। कलेक्टर श्री झा ने कहा कि जिले की मिट्टी फलदार पौंधों के लिए उपयुक्त प्रतीत होती है। खेतों की मिट्टी का परीक्षण कर किसानों को आम, आंवला, कटहल, पपीता, जामुन, अनार आदि फलों की खेती करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि किसानों की फसलों का उत्पादन बढाने के लिए लगातार काम करें। किसानों को प्रशिक्षण दें, उनका मार्गदर्शन करें, समय पर बुआई, सिंचाई, निंदाई और उर्वरक का उपयोग करने की सलाह दें। जिले में मछली पालन, बकरी पालन और मुर्गी पालन को भी बढावा दें।

कलेक्टर श्री रत्नाकर झा ने कहा कि जिले के किसानों को अरहर की खेती करने के लिए प्रेरित करें। बाजार में अरहर की दाल की अत्यधिक मांग है। किसानों के द्वारा अरहर फसल की पैदावार करने पर अच्छी खासी आमदानी होगी। किसानों की फसलों के लिए उचित भण्डारण का भी प्रबंध किया जाए। उन्होंने इसी प्रकार से जिले में स्थापित गौशालाओं की भी समीक्षा की। गौशालाओं में पशुओं की देखरेख और चारे पानी का प्रबंध करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री झा ने कहा कि किसानों को मसालेदार फसलों की खेती करने के लिए भी प्रेरित करें। जिसमें टमाटर, मिर्च, हल्दी, अदरक, लहसुन इत्यादि प्रमुख हैं। किसानों को जल संरक्षण के बारे में भी बताया जाए। किसानों को टपक पद्धति से खेती करने के लिए प्रषिक्षण दें।

कलेक्टर ने उद्यानिकी विभाग द्वारा हल्दी उत्पादन के लिए चयनित किसानों की जांच-पडताल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हल्दी उत्पादन में गड़बडी पाए जाने पर विभागीय अधिकारियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की जाएगी। कलेक्टर श्री झा ने कहा कि आदिवासियों की भूमि गैर आदिवासियों के नाम दर्ज नहीं होना चाहिए। इस प्रकार के प्रकरण पाये जाने पर संबंधितों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इस प्रकार के प्रकरणों का तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिए।

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