जिले में धड़ल्ले से चल रहे झोलाछाप के क्लीनिक
जनपथ टुडे, डिंडौरी, 13 जुलाई 2021, जिला मुख्यालय में धड़ल्ले के साथ झोलाछाप क्लीनिक संचालित कर रहे हैं। आलम यह है कि जिला कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पूर्व में ही झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध मामला दर्ज कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों को दे भी दिए हैं। लेकिन उसके बाद भी विभाग के कुछ जिम्मेदार इन झोलाछाप डाक्टरों को संरक्षण देने में जुटे हुए है और जिला मुख्यालय में धड़ल्ले के साथ झोलाछाप बेखौफ होकर बिना डिग्री के क्लीनिक संचालित करने वाले झोलाछापों को सीएमएचओ कार्यालय से अनुमति संबंधित जारी किया जा रहा पत्र भी चर्चाओं में है।
इस मामले में स्वास्थ विभाग प्र बड़ी सांठगांठ के आरोप लग रहे हैं। जिला मुख्यालय के कंपनी चौक, मंडला बस स्टैंड के पास, बिरसा मुंडा मार्ग, सुबखार पेट्रोल पंप के पास, नर्मदा पुल पार, अवंती चौक के पास एक मार्केट सहित अन्य स्थानों में झोलाछापों की क्लीनिक संचालित हो रही है। सीएमएचओ कार्यालय से जो पत्र जारी हो रहे हैं, उस मामले की भी जांच कराने की मांग लोगों ने कलेक्टर से की है। यहां से जिलेभर में सैकड़ों झोलाछाप डॉक्टरों को पत्र थमाया जाता है और इसी पत्र पर खेल होने के आरोप लग रहे हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने भी इस पूरे मामले में जांच कराने की मांग की है, जिससे स्थिति उजागर हो सके।
सीएमएचओ कार्यालय से जारी किया जा रहा पत्र
झोलाछाप डॉक्टरों की क्लीनिक में जानकारी लेने पर उनके द्वारा मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से जारी पत्र का हवाला दिया जाता है। इस पत्र पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। बताया गया कि बिना डिग्री की जांच किए मनमानी पूर्वक साठगांठ कर इस तरह के पत्र थमाए जाते हैं। संबंधितों को पत्र देते समय इसे सार्वजनिक न करने की भी हिदायत दी जाती है। बताया गया कि इस पूरे खेल में एक गिरोह भी सक्रिय है। कलेक्टर से इस ओर आवश्यक कदम उठाने की मांग जागरूक लोगों द्वारा की जा रही है।
एमबीबीएस डॉक्टरों के साथ झोलाछाप भी शामिल
नगर परिषद द्वारा कोरोना संकट के दौरान वार्डवार जो डॉक्टरों की सूची जारी की गई थी उसमें एमबीबीएस डॉक्टरों के साथ झोलाछाप डॉक्टरों को भी शामिल कर दिया गया था। इस पर भी आरोप प्रत्यारोप के दौर चले। मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी के नाम से जारी किए गए इस पत्र को भी संबंधित झोलाछाप ढाल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। बताया गया कि मनमानीपूर्वक किए जा रहे इलाज से कई लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है, लेकिन लोग इसका सार्वजनिक तौर पर विरोध नहीं कर पा रहे हैं।
इनका कहना है :-
झोलाछाप डॉक्टरों के बारे में जो आरोप हैं उसको दिखवाया जाएगा। कौन सा पत्र उन्हें दिया जा रहा है। इसके लिए जो टीम बनी है, उनसे जानकारी लेने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
डॉ. रमेश मरावी, सीएमएचओ डिंडौरी