बूंद बूंद पानी के लिए परेशान हो रहे ग्रामीण, लापरवाह पी एच ई
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 15 जुलाई 2021, जिले के करंजिया जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत झनकी (ग्राम मनकी) जो कि आदिवासी बहुल्य क्षेत्र है। यहां आजादी के 70 वर्ष बाद भी साफ पीने की पानी लोगों को आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। आदिवासी अंचल में विकास की बात करने वाली सरकारों की उपलब्धि का यह नमूना मात्र है। पेयजापूर्ति के नाम से स्वीकृत करोड़ों रुपयों की योजना अब तक भ्रष्ट सरकारी अमले की ही प्यास नहीं बुझा पाई हो ऐसा लगता है। ग्रामीण अंचलों में पेय जल आपूर्ति को लेकर पी एच ई विभाग की लापरवाही और भ्रष्टाचार के चलते लोग प्यासे भटक रहे है। वहीं जमीनी हकीकत से दूर प्रशासन और विभाग कागजों में गांव गांव तक पानी पहुंचा चुका है।
आमजन और ग्रामीणों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। विभाग के जिम्मेदार समस्या के निदान के लिए कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। लोगों को पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी नहीं मिल पा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां 3 हैंडपंप है। परंतु लोगों का कहना है कि एक डिब्बा पानी भरने में घंटों लग जाता है। बताया जाता है कि पीएचई विभाग के माध्यम से बोरिंग करवाई गई थी परंतु वह कार्य अभी तक अधूरा है।
इनका कहना :-
“हैंडपंप तो इस ग्राम में है किन्तु वाटर लेबल कम होने से समस्या आ रही है। जल्दी से जल्दी हम कुछ प्रयास करेंगे ताकि लोगों को पानी मिल सके। ग्राम पंचायत से प्रस्ताव प्राप्त होने में देरी हो रही है। जैसे ही प्रस्ताव प्राप्त होता है तकनीकी स्वीकृति करवा कर ग्राम में नल जल योजना के माध्यम से जल आपूर्ति की व्यवस्था की जावेगी।”
अंशुल विसेन,
सब इंजीनियर, पी एच ई
डिंडोरी