शाहपुर नगर के श्रद्धालुओं ने पेश की सामाजिक सद्भाव की मिसाल
प्राचीन बूढ़ी माई मंदिर से निकला संदेश
जन-पथ टुडे, डिंडोरी, 5 अगस्त 2021, आज के इस दौर में जब छोटी छोटी सी धर्म और समाज की बातों पर समाजों के दरमियान दीवार खड़ी हो जाती हैं, और लोग एक दूसरे को मरने मारने पर उतारू हो जाते हैं। एक दूसरे के दुश्मन बन जाते तब इस ही दौर में जिला मुख्यालय डिंडोरी का समीपस्थ ग्राम शाहपुर धार्मिक और सामाजिक सद्भाव की अनुकरणीय मिसाल बन कर एक दूसरे का सम्मान करने और दूसरे धर्मों को इज्जत देने का सबक दे रहा है। श्रद्धा और धर्म के प्रति समर्पित श्रद्धालुओं के निर्णय ने मानवता का ऐसा उदाहरण पेश किया जो समाज की जड़ों में जिंदा सद्भावना का परिचायक है।
जानकारी के अनुसार शाहपुर ग्राम के कब्रस्तान से लगे प्राचीन बूढ़ी माई के मंदिर में प्रत्येक वर्ष अनुसार श्रावण मास में अखंड रामायण का आयोजन लगातार चलता रहता है। लोग अपने भक्ति भाव में डूब कर अपने आराध्य की भक्ति में लीन होते हैं। गत दिवस बूढ़ी माई मंदिर में श्रावण मास की परंपरा अनुसार अखंड रामायण चल रही थी। तभी रामायण में सम्मिलित भक्तजनों को ज्ञात हुआ कि गांव के ही मुस्लिम समाज के एक व्यक्ति (इखलाक भाई) की मृत्यु हो गई है और उन की शव यात्रा मंदिर के सामने से निकलकर मुस्लिम समुदाय के कब्रस्तान जाएगी। तब अखंड रामायण भक्ति में रत् सभी जनों ने एक मिसाल कायम करते हुए त्वरित निर्णय लेकर अखंड रामायण को रोक दिया और शव यात्रा के निकलने तथा अंतिम क्रिया कर्म होने तक रामायण पाठ का गायन स्थगित रखा गया। एक बेहद सार्थक और अनुकरणीय मजबूत समाजिक, धार्मिक एकता का प्रेम से भरा संदेश देकर बहुलतावादी समाज की सच्ची तस्वीर पेश की सह अस्तित्व में सांस्कृतिक एकता की मिठास घोलने का काम किया जिसकी सर्वत्र सराहना की जा रही है।
(इरफान मालिक की कलम से)