परिवार के भरण पोषण के लिए मासूम बच्ची कर रही संघर्ष
पिता की बीमारी के बाद परिवार पर छाया संकट
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 22 अगस्त 2021, कभी पिता का था अच्छा खासा कारोबार था, किन्तु मानसिक बीमारी की वजह से पिता नरेंद्र बघेल बेड रेस्ट पर चले गए और कारोबार पूरी तरह प्रभावित हो गया। इस बीच परिवार के खर्चों और बीमारी के चलते परिवार की जमा पूंजी भी ख़तम हो चली और परिवार पर आर्थिक संकट के चलते घर परिवार चलना कठिनवार हो गया ।
वार्ड नं 1 सुबखार निवासी नरेंद्र की पत्नी और बेटी अब सड़क पर हाथ ठेले पर दुकान लगाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही है। वही नरेंद्र की 4 लड़कियां है जिनकी जिम्मेदारी माँ नीलू बघेल और बेटी इश्मिता बघेल ही उठा रही है। कड़ी मशक्कत कर वे अपने परिवार का भरण पोषण कर रही है।
इनके द्वारा बताया गया की इनकी 4 बच्चियां होने के कारण अब इन्हें लाडली लक्ष्मी जैसी महत्वपूर्ण योजना का लाभ भी नही मिल पा रहा है। जिम्मेदारियों का बोझ उठाते उठाते मां और बेटी दोनों की शारीरिक स्थिति कमजोर हो चुकी है। घर की जिम्मेदारियों के साथ साथ 4 बहनों की पढ़ाई भी संकट में है। परिवार को प्रशासन से मदद की अपेक्षा है ताकि परिवार का भविष्य सुरक्षित हो सके।
(डिंडोरी से अविनाश टाडिया की रिपोर्ट)