
जयस ने वोट बैंक के बयानों को बताया बेबुनियाद
बीजेपी नेताओं की टिप्पणी के खिलाफ जयस की प्रेस कॉन्फ्रेंस
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 24 सितंबर 2021, विगत दिनों आदिवासी वैचारिक क्रांति के प्रतीक बन चुके जय आदिवासी युवा शक्ति यानि जयस के उपर जनजातीय मोर्चा के प्रदेश महामंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री द्वारा लगाए गए आरोप के खंडन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। ज्ञात हो कि विगत दिनों दोनो नेताओ ने जयस को आदिवासियों को गुमराह करने का आरोप लगाया था।

इसी का जवाब देने जयस जिलाध्यक्ष इंद्रप्राल मरकाम के नेतृत्व में जिला कार्यकारिणी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जयस एक वैचारिक क्रांति है। जयस आज आदिवासियों के सबसे बडे शुभचिंतक व संघर्षशील संगठन बन चुका है। आज शिक्षित युवा आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार,शोषण,अन्याय के खिलाफ जयस के माध्यम से आवाज बुलंद कर रहा है। संवैधानिक अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहा है, बस यही कारण है कि संगठित होते शिक्षित युवाओं के संगठन जयस के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाकर जबरदस्ती जयस को राजनीति से जोडकर तुष्टिकरण करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसका हम खंडन करते है।
श्री मरकाम ने कहा कि जयस मिशन युवा नेतृत्व पर काम कर रहा है जिसमें केवल राजनैतिक नेतृत्व के लिए नहीं बल्कि समाजिक,व्ययसायिक, आर्थिक,न्याययिक पत्रकारिता जैसे तमाम क्षेत्रों मे युवा नेतृत्व पर काम कर रहा है।आज आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ जयस मजबूती से सरकार को नींद से जगाने का काम करता है और आज का युवा शिक्षित होकर अपने हक की आवज बुलंद कर रहा है यही वो कारण कि राजनीति करने वाले लोग जयस को राजनीति से जोडकर देख रहे है वह गलत है, विक्रमपुर निवासी कल्याण सिंह धुर्वे को सरकारी नौकरी के प्रलोभन पर उसकी 14 एकड की पुस्तैनी जमीन को सरकार ने अपने अधिपत्य मे ले लिया है और आज वह नौकरी के लिए दर दर भटक रहा है। ग्राम सभा के निरस्त करने के बाद भी प्रशासन डिंडोरी जिले मे बहुत से बांध बनाने के लिए प्रयासरत है। जबकि पूर्व मे मुख्यमंत्री शिवराज चौहान द्वारा डिडोरी दौरे पर जनता के न चाहने पर बांध नही बनने की घोषणा की थी। प्रशासन जबरदस्ती मुख्यमंत्री के घोषणा के खिलाफ बांध बनाने पर तत्पर है। इन मुद्दों को जब जयस के युवा मजबूती से उठाते है तो बीजेपी कांग्रेस को इसमे राजनीति नजर आती है। यदि शिक्षित युवा आवाज नही उठाएगे तो उनके शिक्षित होने का मतलब ही नही है। जयस के द्वारा पूर्व मे विधि महाविद्यालय,कृषि महाविद्यालय और स्वास्थ सुविधाओं को सही कराने के लिए मांग की थी लेकिन सरकार ने मांगों को नही माना और सरकार घर-घर तक राशन पहुंचाकर आदिवासी समाज को पंगु बनाने का काम कर रही है। जिले मे पिछले कई दशको से नक्सली प्रतिक्रिया देखने को नही मिली है और डिडोरी जिले के तीन थानों को नक्सल प्रभावित घोषित कर दिया गया है। जिससे समाज के लोगो के उपर डर एवं भय का माहौल है। इन तमाम मुद्दों को जब जयस गंभीरता और मजबूती के साथ उठाती है और आवाज उठाने पर भाजपा-कांग्रेस के नेता उसे वोटबैंक की राजनीति कहते है जो सरासर गलत है जयस इसका खंडन करता है।
प्रेस वार्ता के दौरान जयस जिला अध्यक्ष इंद्रपाल मरकाम, संभागीय कार्यवाहक अध्यक्ष महासिंह सरैया, जिला महामंत्री सौरभ धुर्वे, जिला उपाध्यक्ष कैलाश धुर्वे, जिला सचिव अजीत पट्टा ,कमल कृष्ण कुमार, भूपेंद्र कुशराम,करंजिया ब्लॉक अध्यक्ष अभिलाष श्याम, अजय मार्को, अवनीश परस्ते, नवीन आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।