जिला मुख्यालय में बन रहे डीवाइडर्स, ठेकेदार की मनमानी, परिषद का तकनीकी अमला नदारत
S.O.R और ड्राइंग डिजाइन को ताक पर रखकर चल रहा काम, ठेकेदार को खुली छूट
निर्माण समिति के अध्यक्ष की शिकायत के बाद भी घटिया कार्य जारी
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 30 सितंबर 2021, जिला मुख्यालय में लगभग एक करोड़ रुपए की लागत से नगर परिषद द्वारा बनाए जाने वाले डिवाइडर का ठेका हो चुका है। जिसमें समनापुर तिराहा से कंपनी चौक तक लागत 17 लाख 76 हजार रूपए लंबाई 600 मीटर, यातायात थाना से सीवी कॉलेज तक लागत 29 लाख 81 हजार लंबाई 1000 मीटर और कंपनी चौक पुरानी डिंडोरी से यातायात थाने तक लागत 49 लाख 91 हजार रूपए लंबाई 1850 मीटर, का कार्य प्रारंभ हो चुका है। ठेकेदार बालाजी कंस्ट्रक्शन, बुढार द्वारा समनापुर तिराहे से कम्पनी चौक तक डिवाइडर कार्य निर्माणाधीन है। इस काम के शुरू होते ही कार्य की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े होने लगे है। मिट्टी मिली रेत, निर्धारित साईज की गिट्टी का उपयोग नहीं किए जाने और घटिया बेस गिट्टी डाले जाने को लेकर निर्माण समिति के अध्यक्ष पुरुषोत्तम विश्वकर्मा द्वारा लिखित आपत्ति नगर परिषद में दर्ज करवाई गई थी। जिस पर राकेश शुक्ला, सीएमओ नगर परिषद का कहना है कि घटिया सामग्री पाई गई थी जो बदलवा दी गई है। कार्य के संबंध में तकनीकी जानकारी मुझे नहीं है।
तकनीकी अमला नदारत
लागत के अनुसार लगभग 2900 रुपए प्रति मीटर खर्च कर नगर परिषद द्वारा निर्मित कराए जा रहे डिवाइडर का निर्माण कार्य बिना किसी तकनीकी देखरेख के चल रहा है। साइड पर तकनीकी जानकारी, एस्टीमेट, ड्राइंग और डिजाइन बताने वाला न तो ठेकेदार का कोई व्यक्ति उपलब्ध रहता है न ही नगर परिषद का कोई जिम्मेदार व्यक्ति कार्य का मुआयना करता दिखाई देता है। सिविल इंजीनियर नगर परिषद में उपलब्ध नहीं है और करोड़ों रुपए की लागत का कार्य भगवान भरोसे चल रहा है जिसके चलते ठेकेदार को मनमानी करने की खुली छूट मिली हुई है।
निर्माण स्थल पर प्राप्त निर्धारित डिजाइन के अनुसार कार्य नहीं किया जा रहा है। दोनों तरफ 8 – 8 और बेस में 6 नम्बर 10 mm सरिया के स्थान पर ठेकेदार द्वारा उक्त निर्माण कार्य में साइड में 5 और बेस में 4 रौड़ ही डाली जा रही है। जो बड़ी तकनीकी गड़बड़ी है इस तरह जिला मुख्यालय में खुलेआम गड़बड़झाला चल रहा है।
उक्त संबंध में नगर परिषद के सब इंजीनियर को जानकारी देने के बाद उनके द्वारा कार्य की जांच करवाई गई। जिसके बाद कार्य को रोक दिया गया है वहीं उन्होंने ठेकेदार को नोटिस जारी किए जाने की बात कही है। नगर परिषद के अधिकारियों की माने तो कल ठेकेदार द्वारा किए जा रहे उक्त कार्य की जांच सब इंजीनियर की उपस्थिति में करवाई जावेगी।
बिना देख रेख के शासकीय राशि के दुरुपयोग को लेकर नगरवासियों में नाराजगी है। आगे उक्त कार्य की जांच कितनी निष्पक्षता से कराकर नगर परिषद उक्त ठेकेदार के विरूद्ध कार्यवाही करेगा इस पर सभी की नज़र है।