मै. के.पी. सिंह भदौरिया द्वारा रेत खदान न लेने से फिर होगी नीलामी
डिंडोरी – जनपद टुडे, 21.02.2020
प्रदेश की 3 जिलों की रेत खदानों की नीलामी प्रदेश सरकार फिर से करेगी ठेकेदारों द्वारा लगाई गई बोली के बाद अब इन खदानों को लेने और निर्धारित राशि जमा करने में आनाकानी की जा रही हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मै.के.पी.सिंह भदौरिया द्वारा ₹10 करोड़ रुपए आरक्षित मूल्य की मंडला जिले की रेत खदानों की बोली तो 36.59 करोड़ रुपए लगाई गई थी किंतु खनिज विभाग द्वारा कई बार स्मरण पत्र दिए जाने के बाद भी फर्म द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया, निर्धारित अग्रिम की राशि भी अब तक जमा न कराए जाने की पुष्टि विभाग द्वारा की गई हैं। जिसके चलते मंडला जिले की रेत खदानों की खनिज विभाग पुनः नीलामी करेगा और ठेकेदार द्वारा जमा 25% अमानत राशि भी खनिज विभाग द्वारा जप्त कर ली जाएगी।
इसी तरह होशंगाबाद जिले की रेत खदाने 217 करोड़ रुपए की बोली लगाने वाली पावर मेक प्रोजेक्ट लिमिटेड और अशोक नगर जिले का ठेका सबसे ऊंची बोली लगाने वाले ठेकेदार राजेंद्र सिंह पहले ही ठेका लेने से इंकार कर चुके हैं।
सरकार ने 43 जिलों की खदानों के क्लस्टर बना कर कर नीलामी की कुल 448.35 करोड़ रूपए आपसेट प्राइज निर्धारित की थी इसके बदले 1235 करोड़ रूपए की बोली इन खदानों के लिए ठेकेदार द्वारा लगाई गई थी। इनमें से सबसे अधिक बोली 217 करोड़ रूपए होशंगाबाद जिले की पावर मेक प्रोजेक्ट लिमिटेड द्वारा लगाई गई थी जिसका आरक्षित मूल्य सरकार द्वारा 100 करोड़ रूपए रखा गया था अब ठेकेदार द्वारा निर्धारित राशि जमा करने की बजाय बैंक गारंटी पर खदान देने की बात की जा रही हैं जिस पर सरकार सहमत नहीं हैं। खनिज विभाग ठेकेदार द्वारा जमा अमानत राशि 25 करोड़ रुपए जप्त कर इस खदान कि पुनः नीलामी की तैयारी में है। इसी प्रकार अशोकनगर क्लस्टर जिसका आरक्षित मूल्य 12.50 लाख रुपए था उसकी बोली 1करोड़12..50 लाख रुपए लगाई गई और ठेकेदार द्वारा इसे तकनीकी त्रुटि बताते हुए पल्ला झाडा जा रहा हैं।
प्रमुख सचिव खनिज, नीरज मंडलोई द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार तीन जिलों की खदानों कि दोबारा नीलामी की जावेगी क्योंकि ठेकेदार खदाने लेने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।