शास्त्री मधुर महाराज के द्वारा संगीतमय देवी पुराण व प्रवचन
जनपथ टुडे, शहपुरा, 9 अक्टूबर 2021,तहसील मुख्यालय शहपुरा से 6 किमी दूर ग्राम करौंदी में शास्त्री मधुर जी महाराज सुरेश मिश्रा जिला सिवनी (सेलुआ)) के द्वारा श्री मद देवी पुराण की कथा का प्रवचन किया जा रहा है जिसमे आसपास के सैकड़ो की तादात में श्रद्धालु कथा का श्रवण करने पहुंच रहे हैं, वहीं शनिवार के दिन 18 पुराणों का वर्णन व 28 व्यासों के नाम का वर्णन किया गया,इसके अलावा भगवान विष्णु के हयग्रीव अवतार की कथा सुनाई गई,वही भगवान विष्णु के नाभि से ब्रम्हा जी के उत्त्पति की कथा का वर्णन किया गया।
मधु कैटभ की कथा का वर्णन
ग्राम करौंदी में श्रीमद देवी पुराण की कथा में भगवान विष्णु के कान के मेल से मधु ओर कैटभ नामक दो दानव उत्पन्न हुए ,जो भगवती की तपस्या करके अपनी इक्षा मृत्यु का वरदान प्राप्त किया वरदान लेने के बाद दोनों दानव घमंड में चूर होकर ब्रम्हा से युद्ध करने को तैयार हो गए,जिसके कारण ब्रम्हा जी भगवान विष्णु की तपस्या करने लगे इस समय भगवान विष्णु योग निद्रा में सो रहे थे वही महामाया ने भगवान विष्णु को योग निद्रा से जाग्रत किया,तब भगवान विष्णु ने मधु कैटभ के साथ 5 हजार वर्ष तक युद्ध किये,भगवान जब युद्ध करते करते थक गए तब शांत हो गए और भगवान ने मधु कैटभ से कहा की में तुम्हारे युद्ध कौशल से प्रसन्न हुं ,में तुम्हे वरदान देना चाहता हूं परन्तु मधु कैटभ ने कहा कि हम तुमसे वरदान नही लेना चाहते हम तुम्हे वरदान देना चाहते है,इसके बाद महामहा विष्णु भगवान के बुद्धि में बिराजमान होकर मधु कैटभ से वरदान मांगने को कहा और मधु कैटभ से वरदान मांगा कि मधु कैटभ तुम्हारी मृत्यु मेरे हाथों से हो इतने में दोनों दानव व्याकुल हो गए और दूसरा उपाय सोचने लगे और कहा कि हम जल में नही मरेंगे,यहां चारो तरफ जल ही जल है हम थल में मरना चाहते हैं, इसके बाद भगवान ने अपने पैर को फैलाया जिससे थल बन गया तब भगवान ने अपने सुदर्शन चक्र से दोनों दानव का बध कर दिया।