लीज से हटकर पत्थर उत्खनन करा रहे है क्रेशर संचालक, नियमों की उड़ रही धज्जियाँ
खनिज विभाग का खुला संरक्षण
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 23 अक्टूबर 2021, जिले में खनिज माफिया खनिज संपदा का मनमाना दोहन करने आमदा है। स्थिति यह है कि क्रेशर संचालक पत्थर के खनन और भंडारण के नाम पर लीज कहीं की लेते हैं और खनन कहीं और से करते हैं।
गौरतलब है कि अमले की कमी का बहाना कर खनिज विभाग द्वारा मनमाने तरीके से अवैध खनन करने वालों को खुला संरक्षण दिया जा रहा है और कारोबारी बखूबी फायदा उठा रहे हैं।
ऐसा ही मामला जिले के नजदीकी ग्राम पंचायत सिमरिया का सामने आया है। जहां क्रेशर संचालक लीज वाले स्थान को छोड़कर आसपास के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध खनन कर पत्थर एकत्रित कर रहा है। मामला खनिज विभाग के संज्ञान में भी आया है और जिला मुख्यालय के करीबी ग्राम का है। बताया जा रहा है कि कुछ महीने पूर्व डिंडोरी SDM के निर्देश पर मौके की जांच की गई थी जिसमें क्रेशर संचालक से दस्तावेज की मांग की गई थी, लेकिन क्रेशर संचालक ने दस्तावेज दिखाने से मना कर दिया था। इस दौरान तैयार पंचनामा में 0. 40 हेक्टेयर भूमि में क्रेशर स्थापित करने की अनुमति है। जबकि मौके पर क्रेशर संचालक ने 0.60 हेक्टर पर कब्जा कर रखा है जो लीज की जमीन से 0.20 हेक्टर भूमि अधिक है। इसके अलावा एक अन्य किसान से भी लीज के नाम पर गिट्टी, पत्थर उत्खनन के लिए 0.42 हैक्टर भूमि की अनुमति प्राप्त की गई है। जबकि मौके पर 0. 11 हेक्टेयर भूमि में लगभग 3 फीट गहराई तक की खुदाई की गई है। मौके पर खुदाई से अधिक पत्थर पाए गए थे।
क्रेशर संचालक द्वारा शासकीय भूमि पर अवैध रूप से भंडारण किया गया था। ग्रामीणों से प्राप्त पंचनामा में 0.81 हेक्टर राधा कृष्ण मंदिर की भूमि से रास्ता बनाकर गिट्टी पत्थर की ढुलाई का जिक्र भी किया गया है। ग्रामीण संतोष ने कहा कि में भी किसान हूं, क्रेशर के प्रस्ताव में मेरी पत्नी जो कि पंचायत की वार्ड मेंबर है उसका फर्जी साइन लिया गया है।अवैध तरीके से अपनी राजनीतिक ताकत के दम पर क्रेशर स्थापित किया गया है। बतला दे की क्रेशर के पास में स्कूल है और कई किसानों की जमीन भी क्रेशर से लगी हुई हैं जिनका सहमति पत्र भी नहीं लिया गया है। किन्तु फिर भी खनिज विभाग की मेहरवानी के चलते नियमों को दर किनार कर क्रेशर का संचालन किया जा रहा है।