डिंडोरी में पदस्थ शिक्षक पुत्र और बहू के खिलाफ बुजुर्ग ने की शिकायत

Listen to this article

दुर्व्यवहार व संपत्ति पर कब्ज़ा करने वाले शिक्षक पुत्र से जानमाल की रक्षा की गुहार लगाने जनसुनवाई में पहुंचा बुजुर्ग पिता

जिसे पढ़ा लिखाकर शिक्षक बनने योग्य बनाया, शिक्षक की नौकरी दिलाने में मदद की, उसी कलयुगी बेटे ने पिता को घर से बाहर निकाल दिया। पीड़ित भयभीत वृद्ध ने जानमाल की रक्षा के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भी आवेदन दिया है। शिक्षक होने के चलते मामले को लेकर शिकायत पत्र आयुक्त आदिवासी विभाग में भी की गई है। वृद्ध पिता ने बेटे नोहर लाल व प्रभा बाई के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायत में पिता ने उल्लेख किया कि उसका बड़ा बेटा नोहर लाल शिक्षक व उसकी पत्नी प्रभा बाई शिक्षिका के द्वारा जालसाजी करते हुए अवैध तरीके से पैतृक संपत्ति को अपने नाम में करवा लिया गया है।

जनपथ टुडे, डिंडोरी, 9 नवंबर 2021, बजाग जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गाड़ासरई के नजदीक स्थित ग्राम बरगांव के 85 वर्षीय बुजुर्ग बुद्धू लाल मरावी पिता हथबल मरावी ने अपने बेटे नोहर लाल मरावी व उसकी पत्नी प्रभा देवी द्वारा घर से बेदखल किए जाने, भूमि हथियाने व जान से मारने की धमकी दिए जाने की शिकायत जिला कलेक्टर से करते हुए जानमाल की रक्षा करने व धोखे से हड़पी गई जमीन वापस दिलाने की मांग मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचकर की।

85 वर्षीय बुजुर्ग ने अपनी लिखित शिकायत में बताया कि उनके तीन बेटे और दो बेटियां हैं। वह अपने परिवार के साथ गांव स्थित अपने पुश्तैनी मकान में रहते थे। बड़े बेटे नोहर लाल द्वारा बहला-फुसलाकर घर व जमीन अपने नाम करवा ली गई है और अब मुझे वह वहां नहीं रहने देता। जमीन के कागजात, पट्टा, बही आदि सारे रिकॉर्ड भी उसने जबरन छीन लिए हैं। जिन्हें मांगने पर वह जान से मारने मार की धमकी देता है। जिससे मैं डर व भय के कारण अपने अन्य बेटे और बेटियों के घर पर जाकर रहता हूं। बुजुर्ग का आरोप है कि उसके बेटे द्वारा उसके साथ मारपीट भी की जा चुकी है और बहू प्रभादेवी ने उसे हाथ पकड़ कर घर से निकाल दिया है। उनके द्वारा कहा गया कि अब तुम्हारे लिए इस घर में कोई जगह नहीं है।

बुजुर्ग पिता का कहना है कि मैंने अपने बच्चों की परवरिश और पढ़ाई-लिखाई के लिए तीन से चार एकड़ जमीन पहले ही बेच दी थी। अब बड़ा बेटा मेरी परवरिश करने की बजाय मुझे दुत्कार रहा है। जमीन हथिया कर अब धमकी देता है। जबकि मेरा बेटा नोहर लाल मरावी और बहू प्रभादेवी दोनों डिंडोरी में शासकीय शिक्षक के रूप में पदस्थ हैं।

बेटे से परेशान, पिता की प्रशासन से गुहार

बुजुर्ग अपने पढ़े-लिखे, पेशे से शासकीय शिक्षक पुत्र व पुत्रबधू से परेशान हैं और अब उन्होंने प्रशासन के सामने गुहार लगाई है कि वह अपने जीते जी अपनी भूमि व मकान का बंटवारा सभी बेटे बेटियों को करना चाहते हैं। अतः बड़े पुत्र नोहर लाल द्वारा उनकी संपत्ति पर किए गए कब्जे और जमीन, मकान के कागजात दिलाये जावे।

प्रशासन से संवेदनशील कार्यवाही की जनापेक्षा

जिले में इस तरह के बहुत से मामले हैं, जहां अशिक्षित व बुजुर्ग माता-पिता अपने पढ़े लिखे और सक्षम हो गए बच्चों के द्वारा सताए जा रहे हैं। जब स्थितियां सीमा से अधिक खराब हो जाती है तभी पीड़ित बुजुर्ग प्रशासन के सामने अपना दुख दर्द बयां करने पहुंचते हैं। प्रशासन को इस प्रकरण में संवेदनशील निर्णय लेते हुए मामले की निष्पक्ष जांच करवा कर न्यायपूर्ण निर्णय किए जाने की जनापेक्षा है ताकि इस तरह के अन्य मामलों में भी बुजुर्ग माता-पिता को धन सम्पत्ति के लिए परेशान करने वाले लोगों को यह एहसास हो कि प्रशासन अन्याय के खिलाफ कठोर कार्यवाही कर सकता है और दुखी और पीड़ित बुजुर्गो को शासन और प्रशासन का सहारा है। जिससे अपने माता पिता से अन्याय कर रहे बेटे बेटियों को सबक और समझ मिल सके।

Related Articles

Close
Website Design By Mytesta.com +91 8809 666000