बाघिन के शिकार के आरोप में एक को जेल भेजा
सरसताल निवासी है आरोपी
लापरवाह रेंज अधिकारियों पर कार्यवाही जरूरी
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 30 दिसंबर 2021, वन विभाग की लापरवाही के चलते जहरखुरानी की भेंट चढ़ी बाघिन के शिकार के एक ग्रामीण के विरुद्ध गुरुवार को मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। आरोपी को गुरुवार की शाम न्यायालय में पेश कर जेल अभिरक्षा में भेजा गया है। इस पूरी कार्रवाई से वन विभाग ने मीडिया को दूर रखा है। जिससे वन अमले की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। वन अमले द्वारा आरोपी ठहराये गये ग्रामीण का नाम विद्यानंद पिता भगवानी गौंड 35 साल, निवासी ग्वारी टोला सरसताल बताया गया है।
गौरतलब है कि बुधवार को बाघिन के शिकार के शक में वन दस्ते ने कुई और सारसताल गांव निवासी दो ग्रमीणों को हिरासत में लिया था। कथित तौर पर बताया गया था कि इनके कब्जे से Thimet नामक कीटनाशक बरामद किया गया है। संदेह है कि यही जहरीला कीटनाशक बाघिन की मौत का कारण बना है। सूत्र बतलाते हैं कि दोनों युवक चरवाहे हैं जिन्होंने बाघिन के शिकार में कीटनाशक मिलने से साफ इंकार किया है। बाबजूद इसके वन अधिकारियों ने एक ग्रामीण के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध कर आरोपी ठहरा दिया। इस बाबद मीडिया से दूरी बनाना भी पूरी कवायद पर संदेह पैदा कर रहा है।
गौरतलब है कि सोमवार की सुबह ग्रामीणों ने टिकरीपिपरी से सारसताल ग्राम पहुंच मार्ग किनारे एक बाघिन का शव बरामद किया गया था। Tiger की मौत पर सरकार द्वारा तय Guideline के मुताबिक कान्हा Tigher रिज़र्व और स्थानीय वैटनरी सर्जन की संयुक्त टीम ने मंगलवार को बाघिन का मौके पर ही पोस्टमार्टम कर बाघिन के शरीर कीटनाशक की पुष्टि की थी। बाघिन के शव से कुछ दूरी पर एक मृत बायसन के शरीर मे जहर का छिड़काव पाया गया था। अनुमान है कि मृत बायसन के जरिये ही बाघिन को जहरखुरानी का शिकार बनाया गया है। पिछले एक पखवाड़े से डिंडोरी रेंज में राष्ट्रीय पशु की चहलकदमी जिले के वन्य जीवन के लिये शुभ संकेत थी। लेकिन वन अमले की लापरवाही से जिले में बाघिन का शिकार हो गया। जो जिले के लिये दुर्भाग्य का विषय है। बाघिन के शिकार की वारदात के 4 दिन बाद भी विभाग के लापरवाह अमले पर कार्रवाई नही होना समझ के परे है। जबकि TIGER प्रोटोकॉल के मुताबिक रेंज अधिकारी पर अभी तक कार्रवाई की गाज गिर जानी थी।