सुलभ शौचालय से हो रही गंदगी, नाले में छोड़ा जाता है आउटलेट से गंदा पानी
प्रकाश मिश्रा –
स्वच्छ प्रतिष्ठान ‘प्रशस्ति पत्र” और ब्रांड एंबेसेडर बनाने में व्यस्त नगर परिषद
बदबू के कारण क्षेत्रवासी हो रहे हैं परेशान
जनपथ टुडे डिंडोरी 18 फरवरी 2022 – स्वच्छता अभियान के माध्यम से शहर को स्वच्छ साफ सुथरा बनाए रखने की कवायद कर रही नगर परिषद के द्वारा संचालित सुलभ शौचालय से ही गंदगी फैलाई जा रही है। जिसका खामियाजा आम जनता एवं नाले के पास रहने वाले रहवासियों और व्यवसायियों को झेलना पड़ रहा है। डिंडोरी नगर परिषद चुने हुए 16 अध्यक्ष व पार्षदों सहित भारी भरकम अमले वाली संस्था है। पर्याप्त शासकीय बजट और राजस्व उगाही के बाद भी इस छोटे से शहर में व्यवस्थाओं को ठीक ठाक अंजाम नहीं दे पा रही है। जो कि नगर परिषद का संचालन करने वालों की नकारा कार्यप्रणाली और दिशाहीन सोच का परिणाम है।
दरअसल जिला अस्पताल के बाजू से संचालित सुलभ कॉन्प्लेक्स में आउटलेट की समस्या काफी दिनों से बनी हुई है। जिसकी शिकायत आसपास के लोगों ने नगर परिषद के जिम्मेदार अधिकारी जनप्रतिनिधियों से की है। बावजूद इसके सुलभ शौचालय से गंदा पानी हर दूसरे दिन नाले में छोड़ा जा रहा है जो सीधे तौर पर जाकर पवित्र नर्मदा के जल में समाहित हो जाता है। जिससे नर्मदा दूषित हो रही है।
एक ओर जहां नगर परिषद शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन लाने की कवायद में लगे होने की खानापूर्ति कर रही है,स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर नगर परिषद कागजी खानापूर्ति करने में जुटा हुआ है। विगत दिनों से विभिन्न संस्थानों को स्वच्छ प्रतिष्ठान का प्रशस्ति पत्र और नगर परिषद का ब्रांड एंबेसेडर बनाने जैसे तमाशे में व्यस्त है। जिनका नगर की वास्तविक समस्याओं और व्याप्त गंदगी से कोई लेना देना नहीं है। आमजन बदबू से परेशान है नर्मदा को स्पष्ट रूप से दूषित किया जा रहा है और जिम्मेदार स्वच्छता सर्वेक्षण के नाम पर केवल टोटके करने में व्यस्त है।
वही नगर परिषद के ही द्वारा संचालित इस सुलभ शौचालय से गंदगी फैलाई जा रही है जो चिंताजनक है। नाले के पास जिला अस्पताल की दुकानें बनी हुई है जहां मेडिकल किराना सहित अन्य दुकानें भी संचालित है जहां बड़ी संख्या में लोग दिनभर आते हैं वहां पर आने वाले आम नागरिकों ने बताया कि यहां पर खड़े होना गंदगी और बदबू के कारण बड़ा मुश्किल काम हो गया है।
व्यावसायिक है यह शौचालय
बस स्टैंड स्थित यह सुलभ शौचालय व्यावसायिक है, इसका उपयोग करने वालों से शुल्क लिया जाता है और इसका ठीक से रखरखाव करने की बजाय इसका गंदा पानी और गंदगी इसके संचालक सीधे नाले में डाल रहे है। किन्तु नगर परिषद के जिम्मेदार अमले और नगर के चुने हुए नुमाइंदों को यह दिखाई ही नहीं दे रहा है न इसका कोई हल निकाल पा रहे है। सुलभ कंपलेक्स के केयरटेकर ने बताया कि इस समस्या से नगर परिषद को अवगत कराया गया था जिसके बाद नगर परिषद ने जो निर्देश दिए थे उसके अनुसार पाइपों को लगाकर उन्हें मिट्टी से दबा दिया गया है। इसके बावजूद आउटलेट का पानी छोड़ा जाता है, समस्या का कोई स्थाई समाधान नहीं निकल पाया है।
इनका कहना है :-
स्थानीय व्यापारी मनीष राय जिन की दुकान ठीक नाले के बाजू से है उन्होंने बताया कि इस समस्या से उन्होंने नगर परिषद के अधिकारी एवं अध्यक्ष सहित सभी को अवगत कराया है। बावजूद इसके समस्या जस की तस बनी हुई है आउटलेट का गंदा पानी नाले में हर दूसरे दिन छोड़ा जाता है। जिसके कारण गंदगी फैलती है और दुर्गंध के कारण दुकान में ग्राहकों का खड़े होना मुश्किल हो जाता है। यही गंदा पानी नाले के माध्यम से सीधे पवित्र नर्मदा में जाकर मिलता है जहां हम लोग स्नान और पूजा अर्चना करते हैं। जिससे धार्मिक भावना को ठेस पहुंचती है नगर परिषद को इसका कोई स्थाई समाधान निकालना चाहिए।