पंचायत सचिव ने रिश्तेदारों के खातों में डाले लाखों रुपए

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पद का दुरुपयोग कर भारी भ्रटाचार किए जाने के आरोप

आरोपों की जांच और कार्यवाही पर लोगों को संदेह

जनपथ टुडे, डिंडोरी, 24 फरवरी 2022, जिले में भ्रष्टाचार वैसे तो कोई नया विषय नहीं है परन्तु पंचायती राज व्यवस्था अन्तर्गत जारी मनमाने भ्रटाचार ने तो सारी हदें ही पार कर ली है और इनकी जांच कर कार्यवाही करने में अक्षम साबित हो चुका जिला प्रशासन! आमजन की सारी उम्मीद तोड़ चुका है कि विकास के नाम पर जिले में कभी कुछ हो पाएगा।

कुछ ऐसा ही मामला शाहपुर निवासी पंचायत सचिव राजाराम साहू का सामने आया है। जिन पर अच्छी खासी सरकारी राशि अपने भाई और चाचा की फर्म के नाम पर भुगतान किए गए। परिवारजन, रिश्तेदारों की अचानक बढ़ती हुई धन और संपत्ति इन दिनों क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। इन लोगों को किय गए भुगतान, चुकाए गए जीएसटी, आयकर की जांच करवा ली जावे तो कागजों में दफन कई राज उजागर हो सकते है वहीं उक्त पंचायत सचिव द्वारा किए गए भारी भ्रष्टचार बड़ा खुलासा होना संभव है।

इसी को लेकर शाहपुर निवासी शैलेन्द्र जायसवाल ने मंगलवार को जनसुनवाई में ग्राम पंचायत विदयपुर के सचिव राजाराम साहू के विरुद्ध शिकायत करते हुये अनियमितताओं के आरोप लगाये तथा जांच कर कठोर कार्रवाई की मांग की है। शैलेन्द्र ने अपनी शिकायत में बताया कि राजाराम साहू सचिव ग्राम पंचायत विदयपुर जनपद पंचायत डिन्डोरी के द्वारा वर्ष 2018 में ग्राम पंचायत तैदुमेर मोहतरा में सचिव पद पर पदस्त रहते हुये ग्राम तेंदुमेर मोहतरा में सामुदायिक शौचालय, 14वां वित्त आयोग राशि 3 लाख, ग्राम विनोदी में सार्वजनिक चबूतरा निर्माण 14वां वित्त आयोग राशि 2 लाख में बिना जीएसटी नंबर वाली फर्म का बिल लगाकर राशि का भुगतान किया गया है। और इन कार्यों से संबंधित दस्तवेजों को नष्ट कर दिया गया जबकि भारतीय दंड संहिता की धारा 204 में स्पष्ट लेख है जो कोई किसी ऐसे दस्तावेज या इलेक्ट्रॉनिक अभिलेख को छिपाता या नष्ट करता है। जिसे किसी न्यायालय या कार्यवाही में पेश किया जाना जरूरी हैं। तो वह व्यक्ति दो वर्ष के लिए कारावास या जुर्माने या दोनों से दंड का भागीदार होगा।

किराना व्यवसायी हैं भाई

शिकायत के अनुसार राजाराम साहू ने वर्ष 2018 में ग्राम गनवाही में पदस्थ रहते हुये अपने खाते में 10000 रूपये बिल आईडी 6376339 अपने सगे भाई संदीप कुमार साहू वेंडर संदीप ट्रेड्स जो एक किराना व्यवसायी है के खाते में क्रमशः बिल आईडी 6838869, 6702334, 6735524, 6271135, 6045117, 5951758 5901522 5901534, 5264494, 5231519, 4935318, 4653816, 4653764, 4304008, 3709038
अपने सगे चाचा की फर्म माँ अंबिका ट्रेडर्स, पंकज ट्रेडर्स के खाते में फर्जी तरीके से राशि डाली गई है। मटेरियल सप्लाई के जिन बिलों का फर्जी भुगतान किया गया है वह संदीप ट्रेडर्स की किराना दुकान है।

जमकर किया भ्रष्टाचार 

जिस समग्री का बिल प्रस्तुत कर राशि आहरित की गई हैं क्या वह सामग्री उस कार्य हेतु उस प्रक्लानुसार उपयोग की गई है या इन फर्जी बिलों का उपयोग केवल राशि निकालने के लिए किया गया है? इसकी जांच की जावे। इसी प्रकार सचिव राजाराम साहू ने वर्ष 2017 में ग्राम पंचायत नुनखान रैयत में अपने भाई संदीप कुमार के नाम से राशि का फर्जी तरीके से भुगतान किया व अपने चाचा माँ अंबिका ट्रेडर्स व पंकज ट्रेडर्स के नाम से अधिकांश बिल लगाकर राशि आहरित की है। वर्ष 2016 में ग्राम पंचायत धमनगाव में भी इसी तरीके का भ्रष्टाचार किया गया है। खास बात यह है कि इन कथित फर्म्स के बिलों का उपयोग पंचायतों में भुगतान उस समय अवधि में ही किया गया है जब वहां बतौर सचिव राजाराम साहू पदस्त या प्रभारी रहा जो किए गए भ्रष्टाचार का साफ संकेत है।शैलेन्द्र ने राजाराम साहू के वर्ष 2015 से 2020 तक के कार्यकाल की जाँच कर अपराध पंजीबद्ध कराते हुये दण्डात्मक कार्रवाई की मांग जिला कलेक्टर से करते हुए जनसुनवाई में आवेदन दिया है।

आरोपों की जांच और कार्यवाही पर लोगों को संदेह

जिले भर में ऐसी तमाम शिकायतों पर अब तक कोई बड़ी कार्यवाही होती नहीं दिखाई दी है। जिला स्तर पर ग्रामीणों की शिकायते लेकर सिर्फ लोगों को “इंटरटेन” किया जाना प्रतीत होता है। इस तरह की व्यवस्था के चलते लोगों को उक्त सचिव के विरूद्ध जांच अथवा कार्यवाही जिला और जनपद पंचायत के अधिकारी करेगे इस पर संदेह है।

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