सक्का हाई स्कूल में कबाड़ हो रही साइकिल

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2017-18 में होना था वितरण,18 विद्यार्थी लाभ से वंचित

जनपथ टुडे, डिंडोरी, 26 फरवरी 2022, विवादों से घिरे सक्का हाई स्कूल में लापरवाही का नया मामला प्रकाश में आया है। यहां पूर्व प्राचार्य एसके दास की लापरवाही के चलते शासन द्वारा विद्यार्थियों को निशुल्क वितरण होने वाली साइकिले कबाड़ हो गई । जो विद्यालय के स्टोर में 4 सालों से पड़े पड़े कंडम स्थिति में पहुँच चुकी हैं। आलम यह है कि शासन द्वारा प्रदत्त यह सायकिले अब किसी उपयोग की नहीं हैं।

जानकारी के मुताबिक योजना के तहत 2017-18 में साइकिलो का वितरण होना था। लेकिन 4 साल बाद भी विद्यार्थियों को साइकिल योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। तत्कालीन प्राचार्य sk दास की मनमानी से 18 छात्र छात्राएं शासकीय योजना के लाभ से वंचित हुए हैं। इनमें अनुसूचित जनजाति के 12 और अन्य पिछड़ा वर्ग के 6 विद्यार्थी शामिल हैं। इनके नाम नेहाल पिता लल्लू लाल, सुखदेव पिता पुहुप सिंह, राधिका पिता चमरू, रजनी पिता मंगल, रजनी बाई पिता रन्नू लाल, रजनी पिता अमरू लाल, संध्या पिता गुलाब, सरस्वती बाई पिता नंदलाल, राकेश कुमार पिता नरोत्तम सिंह, राकेश कुमार पिता गणेश लाल, राम सिंह पिता ठुन्ना सिंह, सतीश कुमार पिता हीरा सिंह, तरुण कुमार पिता चंद्र सिंह, जयंती पिता धन सिंह, जयंती बाई पिता रविंद्र सिंह, रजनी बाई पिता धुर्रीलाल, रामकली पिता सुकलु लाल और ग्वाल सिंह बताए गए हैं।

विद्यालय के भृत्य ने बतलाया कि पूर्व प्राचार्य SK दास के निर्देश पर सभी सायकिल स्टोर रूम में रखी गई हैं। कक्ष के ताला की चाबी भी विद्यालय से नदारद है। वहीं शिक्षकों ने भी 18 विद्यार्थियों को साइकिल वितरण नही होने की जानकारी दी है। गौरतलब है कि सायकिल योजना का शुभारंभ मध्यप्रदेश सरकार द्वारा सन 2015 में किया गया था।इस योजना के माध्यम से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के उन छात्रों को निशुल्क साइकिल वितरित की जाती है,जो शासकीय विद्यालयों में कक्षा 6 एवं 9 में अध्ययन करते हैं। लेकिन सक्का हाई स्कूल प्रबंधन की हठधर्मिता के चलते योजना कबाड़ में तब्दील हो गई है वहीं छात्र इस योजना से बंचित रह गए।

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