जल संकट से जूझ रहे पाटन के ग्रामीण, दूसरे गांव से लाते है पानी

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जनप्रतिनिधि और प्रशासन पर उपेक्षा के आरोप

जनपथ टुडे, डिंडोरी, 23 मार्च 2022, जनपद पंचायत करंजिया के अंतर्गत आदिवासी बहुल क्षेत्र ग्राम पंचायत पाटन सनपुरी का यह मामला है आजादी के 70 साल बाद भी यहां पर पीने के पानी की व्यवस्था ग्रामवासियों को नहीं मिल पा रही है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रामवासी एक से डेड किलो मीटर पानी लेने के जाते है। गांव की आवादी लगभग 900 है। लोगों का कहना है कि अधिकारी कर्मचारियों के चक्कर लगा – लगा के परेशान हो चुके है किन्तु समस्या का निदान नहीं हो पाया है। ग्रामवासियों के अनुसार क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और प्रशासन तक कई बार ग्रामीण अपनी समस्या के निदान के लिए गुहार लगा चुके है किन्तु नकारा व्यवस्थाओं के चलते अब तक गांव के लोगों को पानी उपलब्ध नहीं करवाया जा सका है जो शासन और प्रशासन की सक्षमता के शर्मनाक बात है।

गर्मियों में गांव के कुएं और हेंड पम्प सूख जाते है

ग्रामवासी बताते है कि गांव में मात्र एक कुआं और एक हैंडपंप है। परंतु दोनों ही गर्मी आते आते सूख जाते है। गांव से बाहर घाट के नीचे एक कुआं है जहां सुबह 3 – 4 बजे से लोग पानी की व्यवस्था करने पहुंच जाते हैं तब भी सभी को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता है। इस कुएं में भी पानी 8 या 10 दिन के बाद सूख जाएगा। ग्रामीणों की माने तो इस कुएं के सूखने के बाद समस्या बहुत विकराल हो जाती है और तब गांव के लोग आस पास के दूसरे गांव से पानी की व्यवस्था करते है जो गांव से दो किलोमीटर से भी अधिक दूरी पर है।

जनप्रतिनिधियों से नाराज़ है ग्रामीण

पानी में विकराल समस्या को लेकर ग्रामीणों ने आक्रोश जताते हुए बताया है कि अगर पानी की समस्या का समाधान नहीं किया जाता है तो ग्रामीणों के द्वारा आगामी पंचायती चुनाव सहित सभी चुनावी का बहिष्कार किया जाएगा साथ ही क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को गांव की सीमा में नहीं घुसने दिया जाएगा।

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