शाहपुर बना जुआरियों का स्वर्ग पुलिस की भूमिका पर सवाल??
अवैध कारोबार से बिगड़ रहा माहौल, पुलिस की छवि हो रही धूमिल
जन-पथ टुडे, डिंडोरी, 25 मार्च 2022, जिला मुख्यालय से एकदम सटे हुए ग्राम शाहपुर में इन दिनों धड़ल्ले से खुलेआम जगह जगह जुआरियों का जमघट आसानी से देखा जा सकता है। सूत्रों की माने तो इस पूरे मामले में शाहपुर पुलिस की भूमिका न केवल सवालों के कठघरे में है बल्कि आपत्तिजनक भी है। विगत 6 माह से इलाके में जुए का जमकर खेल हो रहा है परन्तु एक भी बड़ी कार्रवाई की खबर अब तक नहीं सुनने को नहीं मिली है।
बताया जा रहा है सफेदपोश रसूखदारों और पुलिस प्रशासन के संरक्षण में युवा और अधेड़ एक साथ बेखौफ होकर दिन रात जुआ खेल रहे है। जूए के लिए यह इलाका इतना कुख्यात हो गया है कि अब यहां डिंडोरी सहित आसपास के जिलों के जुआरियों का आना जाना बना हुआ है। जुआरियों का अड्डा बन चुका शाहपुर जुआरियों के लिए स्वर्ग साबित हो रहा है। सूत्रों के मुताबिक पत्तों के इस खेल में यहां डिंडोरी के अलावा शहडोल, नरोजाबाद, उमरिया, विक्रमपुर और अनूपपुर जैसे जिलों से भी जुआरी आकर अपना शौक पूरा कर रहे हैं।
बताया जाता है पंडा टोला, शाहपुर डेम, गोरखपुर में जुए के अड्डे संचालित हो रहे है जहां दिन भर जुआड़ी व्यस्त रहते हैं और शाम होते ही शाहपुर की ओर रुख करते हैं फिर रात भर जुआ का खेल चलता रहता है।
बताया जा रहा है स्थानीय जागरुक नागरिकों के द्वारा कई बार इस संबंध में पुलिस, प्रशासन और समाजसेवियों का ध्यान आकृष्ट करने का प्रयास किया गया लेकिन शायद उनके मुंह में चांदी के जूते से बंद कर दिए हैं। जिसके चलते कोई विरोध, कोई कार्यवाही नहीं हो रही है और सामाजिक बुराई बढ़ने के साथ क्षेत्र में दिनों दिन जुआरियों की तादाद में इजाफा होता जा रहा है। इस पूरे काले कारोबार को लेकर क्षेत्र में चर्चा यह भी है कि इस अवैध कारोबार को निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए करीब दो लाख रपए महीने का खर्च पहरेदारों के ऊपर और संरक्षक पर खर्च हो रहा है ताकि खेल में पड़ने वाली बाधाओं को दूर किया जा सकें। क्षेत्र में संचालित इस काले कारोबार से जहां आसपास का माहौल खराब हो रहा है वहीं खुलेआम संचालित इस कारोबार पर पुलिस की चुप्पी को लेकर पुलिस प्रशासन की छवि जनता के बीच धूमिल हो रही है। वहीं इस कारोबार से क्षेत्र के कई लोग अन्य गलत गतिविधियों में संलग्न हो रहे है।