रोजगार सहायक और मेट पर आवास की राशि जारी करने के बहाने कोर स्टाम्प पर हस्ताक्षर करवा जमीन हड़पने का आरोप
चांदरानी का मामला, पीड़ित ने जनसुनवाई में दर्ज करवाई शिकायत
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 29 मार्च 2022, समनापुर अन्तर्गत ग्राम चांदरानी निवासी राम मिलन राठौर ने रोजगार सहायक पर उसकी भूमि हड़पने का आरोप लगाते हुए मेट द्वारा आवास की किस्त जारी करने के नाम पर धोखा देते हुए कोरे स्टाम्प पर हस्ताक्षर करवाने की शिकायत करते हुए रोजगार सहायक द्वारा जान से मारने की धमकी देने की शिकायत जनसुनवाई में जिला कलेक्टर से की है।
पीड़ित द्वारा दिए गए आवेदन के अनुसार आवेदक चांदरानी का स्थायी निवासी हूँ साथ ही अनावेदक भी उसी ग्राम का निवासी है। आवेदक अपने स्वामित्व व अधिपत्य की भूमि मौजा ग्राम चांदरानी प. ह०. नं. 148 रानिमं समनापुर तहसील एवं जिला डिण्डौरी में स्थित भूमि खसरा नं.875 रकवा 0.19 हे0 भूमि को अपने बीमारी के ऑपरेशन हेतु हेमन्त पिता बहादुर उम्र 35 वर्ष जाति राठौर को विक्रय करने का सौदा तय किया गया था तथा दोनों पक्षों का मत से उक्त भूमि का पंजीयन हो चुका है। जिसमें अनावेदक राधेश्याम के द्वारा उक्त भूमि को लेकर क्रेता एवं विक्रेता को वेबजह परेशान किया जा रहा है और कहा जा रहा है कि क्रेता को जान से मार दूंगा, कहते हुये धमकी दिया जाता है। अनावेदक उक्त ग्राम में रोजगार सहायक के पद पर पदस्थ है और इसी बात का फायदा उठाकर अनावेदक से कोरे स्टॉम्प पेपर पर छल कपट पूर्वक दिनांक 22.02.2022 को रामू पिता बारेलाल मेट के द्वारा प्रधानमंत्री आवासी की प्लंथ का पैसा आपके खाता में डालना है, कहते हुये हस्ताक्षर करा लिया है। जिसकी जानकारी मुझ आवेदक को दूसरे दिन हुई। कोरे स्टाम्प पर अनावेदक के द्वारा मुझ आवेदक के साथ धोखाधड़ी कर फर्जी तरीके से सम्पूर्ण भूमि का एक अनुबंध पत्र निष्पादित करा लिया गया है। जो कि पूर्णतः गलत ऐसी स्थिति में मुझ आवेदक के साथ अनावेदक के द्वारा किये गये कृत्य से मुझ आवेदक को अपूर्णीय क्षतिकारित होगी तथा अनावेदक उक्त ग्राम का रोजगार सहायक है। जिसके बलबूते कुछ भी कर सकता है। यदि अनावेदक को ऐसा कृत्य करने से नहीं रोका गया तो क्रेता एवं विक्रेता को अपूर्णीय क्षति कारित होगी तथा क्रेता को उक्त भूमि को क्रय किये हुये लगभग 1 माह पूर्ण हो चुका है। फलतः वर्तमान में अभी भी उक्त भूमि का प्रमाणीकरण नही किया गया है जो कि प्रमाणीकरण किया जाना आवश्यक है।
अतः श्रीमान से प्रार्थना है कि मुझ आवेदक के आवेदन पत्र स्वीकार कर अनावेदक के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही करते हुये केता के नाम पर उक्त भूमि का प्रमाणीकरण किये जाने की दया करे।