अतिक्रमण से पीड़ित फुटपाथ व्यवसायियों ने नगर परिषद अध्यक्ष को सौपा ज्ञापन
स्थाई दुकाने बनवाकर देने व्यवसायियों ने की नगर परिषद अध्यक्ष से मांग
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 4 अप्रैल 2022, (प्रकाश मिश्रा) नगर परिषद के द्वारा विगत दिनों की गई अतिक्रमण की कार्रवाई में उजड़े पीड़ित परिवारों ने आज नगर परिषद अध्यक्ष पंकज सिंह तेकाम से मिलकर अतिक्रमण में हुए नुकसान तथा बार-बार तोड़फोड़ की कार्रवाई से बचने के लिए स्थाई व्यवस्था देने की मांग की है। अतिक्रमण में हुए रोजी रोटी के नुकसान से पीड़ित फुटपाथ व्यापारीगण, आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष अमर सिंह मार्को के साथ बड़ी संख्या में नगर परिषद पहुंचे जहां फुटपाथ व्यवसाइयो ने नगर परिषद अध्यक्ष को मांग पत्र सौपा।
पत्र में कहा है कि हम सभी पथ विक्रेता जो कि विगत कई वर्षों से फुटपाथ के किनारे दुकान लगाकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। परन्तु नगरपरिषद द्वारा चाहे जब अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जा रही है। जिससे हमारी आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय होती जा रही है। जैसे तैसे कोरोना काल के बाद हमारी स्थिति में सुधार हुआ था फिर इस प्रकार की कार्यवहा से हमारी आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय होती जा रही है। हमारे घर चलाने से लेकर बच्चों की पढाई लिखाई तक प्रभावित हो रही है।
अतिक्रमण की कार्यवाही से पीड़ित फुटपाथ व्यवसायियों ने कहा कि अभी जो अतिक्रमण की कार्यही की गई है वह भारत माता चौक से अवंती बाई चौराहा बस स्टैण्ड तक का था परन्तु नर्मदा किनारे तक अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई है जिसमें हमारी समान से भरी ठेलों को तोड़ दिया गया है। शराब एवं मुर्गा दुकानों को हटाना था लेकिन नगर परिषद द्वारा हम अन्य सामग्री बेचने वाली दुकानों को भी हटा दिया गया। पिछले वर्ष जब अतिक्रमण की कार्यवाही की गई थी तब हमें कहा गया था कि आप सभी को टीन शेट दुकान बना कर दिया जायेगा परन्तु अभी तक नहीं दिया गया है। हर एक दो महीने में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही किया जा रहा है। जबकि प्रशासन के द्वारा हम सभी व्यपारियों का पंजीयन किया गया है। और रोजाना हमारे द्वारा टैक्स भी दिया जाता है परन्तु नगर परिषद के द्वारा हमारी दुकान तोड़ दी जाती है ।इस तरह हमारे पथ विक्रेता के पंजीयन का कई अर्थ ही नहीं निकलता है। व्यवसाय के लिए प्रशासन के द्वारा लोन भी वितरण किया गया है परन्तु चुकाने के लिए कमाने का साधन ही छीन लिया जाता है | हमसे हमारी दुकानें हटवाई जाती है जिससे हमारा कमाई का साधन नष्ट हो जाता है हम बार-बार कर्ज लेकर अपनी दुकानों में समान लाकर भरते है। परन्तु शासन द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही से बर्बाद हो जाता है। जिससे हम सभी दुकानदार कर्ज में डूब जाते हैं।
अतिक्रमण की पीड़ा झेल रहे फुटपाथ व्यवसायियों ने नगर परिषद अध्यक्ष को लिखे पत्र में मांग की है कि हम गरीबों की मदद कर हमें स्थाई दुकान बनाकर दी जाये ताकि हम अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही से बच सके।