स्कूलों में खेल सामग्री के नाम पर हुए बड़े खेल का खुलासा, FIR दर्ज
चर्चित खेल सामग्री घोटाले में FIR दर्ज
डिंडोरी जिले में मंडला की फर्म द्वारा की गई सप्लाई ??
जनपद टुडे, 22 अप्रैल 2022, प्रदेश के झाबुआ जिले के स्कूलों में खेल सामग्री सप्लाई करने वालों में एक चर्चित फर्म सूरजमल एंड संस के मालिक अचल कटकानी के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। दो फर्म पर दर्ज FIR में प्रोपराइटर का नाम नहीं है। जिला शिक्षा केंद्र के परियोजना समन्वयक की शिकायत पर पुलिस ने अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूल के बच्चों के लिए खेल सामग्री खरीदी जाना थी, इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूल के बच्चों के लिए लगभग डेढ़ करोड़ की राशि जिले को प्राप्त हुई थी। जैसे ही इसकी जानकारी सप्लायर को लगी उन्होंने राजनीतिक प्रभाव और प्रशासन पर दबाव बनाते हुए नियमों के विरुद्ध स्कूलों में खेल सामग्री पहुंचा दी, जिसको लेकर जिले भर में चर्चा रही और मामला गर्म होने तथा स्थानीय व्यापारियों की आपत्ति के बाद भी राजनैतिक दबाव के चलते प्रशासन चुप रहा किन्तु इसी दौरान थांदला तहसील मुख्यालय पर 15 मार्च को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भगोरिया पर्व में सपत्नीक आए थे तब खेल सामग्री सप्लायर की शिकायत स्थानीय भाजपा नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री से की गई। इस पर मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद प्रशासन ने ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए स्कूलों से खेल सामग्री जप्त की और जांच समिति गठित की गई। जांच के बाद जवाबदार दोषी अधिकारियों को निलंबित किया गया। जिन व्यापारियों ने बिना आदेश स्कूलों में सामग्री सप्लाई की थी स्कूलों से मिले बिल के आधार पर उन सभी व्यापारियों की फर्म को ब्लैक लिस्टड कर दिया गया था। लंबे इंतजार के बाद संबंधित फर्म और व्यापारियों पर भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज करवाया गया। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा सूरजमल एंड संस की हो रही थी। बताया जा रहा है खेल सामग्री सप्लाई की शुरुआत इसी फर्म द्वारा की गई थी।
इस कारण दर्ज हुई FIR
जिला समन्वयक के आवेदन पर फर्म कटारिया बुक सेंटर बड़ौदा बैंक के पास मेघनगर और सूरजमल एंड संस चंद्रशेखर आजाद मार्ग झाबुआ के नाम से झाबुआ थाने में 7 अप्रैल 2022 को भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 420, 511, 120 बी, में मामला दर्ज किया गया। शासकीय पत्र के माध्यम से पुलिस को मामले की जानकारी दी गई थी। जिसमें उल्लेख किया गया है कि अधिकारियों की जांच प्रतिवेदन में संलग्न दस्तावेजों से स्पष्ट होता है कि कटारिया बुक सेंटर सूरजमल एंड संस द्वारा शासन के साथ छल किया गया है। बिना सामग्री सप्लाई आदेश प्राप्त किए कम गुणवत्ता की सामग्री अधिक अधिक मूल्य को बिल में दर्शाई गई है। प्राथमिक शाला जूनापानी फलिया, अंतर बेलिया, प्राथमिक शाला तड़वी फलिया एवं शासकीय नवीन माध्यमिक शाला नेगड़िया में उपस्थित शिक्षकों को कहा कि हमें सप्लाई का आदेश मिल गया है। जबकि इनके द्वारा सामग्री छल पूर्वक प्रदान दी गई। अधिकारियों ने भौतिक सत्यापन में पाया कि फर्मो द्वारा स्कूलों को दी गई सामग्री और दिया गया बिल दोनों में समानता नहीं थी। सामग्री का बाजार मूल्य बिल पर अधिक लिखा गया था। स्कूलों में जन शिक्षक और शिक्षकों ने सामग्री प्राप्त की है। उनके द्वारा किसी प्रकार की सामग्री प्रदान करने का आदेश फर्मो को नहीं दिया गया था। इन सभी को आधार बनाते हुए पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।
ऐसे उजागर हुआ मामला
पुलिस थाने में दर्ज FIR में प्रोपराइटर के नाम का खुलासा नहीं किया गया था। सूरजमल एंड संस के बिल सोशल मीडिया पर आ गए थे, जीएसटी नंबर से फर्म के मालिक का नाम अचल कुमार कटकानी का नाम भी वायरल किया जा रहा था। भाजपा सांसद गुमान सिंह डामोर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन से अचल कटकानी की नजदीकियों की चर्चा ने भी इस घोटाले को चर्चित बना दिया है। आगे पुलिस विवेचना के बाद कार्यवाही की जाने की संभावना है वहीं राजनैतिक दबाव में खेल सामग्री के नाम पर हुए इस बड़े खेल की चर्चा फिलहाल तेज है, वहीं इसी तरह प्रदेश के अन्य जिलों में भी दबे छुपे बड़ा खेल किए जाने की बात सामने आ रही है।
डिंडोरी में भी गड़बड़ी की आशंका
खेल सामग्री की आपूर्ति को लेकर डिंडोरी जिले में भी सुगबुगाहट रही है। जिसमे मंडला के एक सप्लायर द्वारा खेल सामग्री बजाग क्षेत्र में पहुंचाए जाने की बात सामने आ रही थी। बिना किसी बिल के खेल सामग्री स्कूलों में भेजे जाने की भी जानकारी मिल रही थी। किन्तु आगे मामले में कोई जानकारी सामने नहीं आई न ही अब तक किसी तरह की कार्यवाही का खुलासा हुआ है। झाबुआ की तरह जिले ने भी खेल सामग्री के नाम पर घोटाले की आशंका जाहिर की जा रही है। चुकी खेल सामग्री हेतु राशि केंद्र सरकार द्वारा दी गई है और सांसद की जानकारी में यह बात होने के साथ ही डिंडोरी जिले में आपूर्ति मंडला की फर्म द्वारा किए जाने के चलते राजनैतिक जुगलबन्दी से चल रहे इस खेल को नकारा नहीं जा सकता। आगे जिले में इसका कितना खुलासा होता है और क्या कार्यवाही होगी यह अभी स्पष्ट नहीं है।