जिला अस्पताल में दोपहर तक डॉक्टर्स गायब, ओपीडी खाली मरीजों की नहीं कोई सुनवाई
मरीजों की नहीं कोई सुनवाई
जिला प्रशासन से कार्यवाही की अपेक्षा
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 23 अप्रैल 2022, जिला सरकारी हॉस्पिटल में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही और चिकित्सकों की मनमानी के आगे आम मरीज परेशान है। शनिवार को सुबह 11 बजे जिला चिकित्सालय की ओपीडी में लगभग एक सैकड़ा मरीज जमा थे और ओपीडी में डॉक्टर्स का अता पता नहीं था। दंत और नेत्र रोग चिकित्सक के अतिरिक्त सभी चैंबर खाली पड़े थे और मरीजों की लाइन लगी हुई थी। इसकी जानकारी सी एच एम ओ डॉ. रमेश मरावी को दिए जाने के आधा घंटा बाद डाक्टर धनराज सिंह मरीजों के उपचार हेतु ओपीडी में पहुंचे। जिला चिकित्सालय में यह रोज का आलम बताया जाता है। 9 बजे से मरीजों की लाईन लगी रहती है और डॉक्टर्स गायब रहते है जो अपनी मर्जी से जब समय मिला तब आते है। जिला चिकित्सालय की आईपीडी में कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति उपलब्ध नहीं होता जो डॉक्टर्स के उपलब्ध होने की जानकारी मरीजों को दे रहे, इस अव्यवस्था के बीच मरीज डॉक्टर की राह ताकते ताकते जब थक जाता है तब उसे दोपहर 1 बजे पता चलता है अमुक डाक्टर तो छुट्टी पर है या शिविर में गए है। कुल मिला का जिले का सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ का केंद्र राम भरोसे चल रहा व्यवस्थाओं के नाम पर गरीब और जरूरतमंद मरीजों के साथ खुला मजाक किया जा रहा है। स्वास्थ सेवाओं के नाम पर मरीज हलकान है और स्वास्थ्य अमला मनमानी कर रहा है।
कुछ ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि कल से हम इलाज के लिए समनापुर से आ रहे है, किन्तु डाक्टर मिलते ही नहीं। जब जिला हॉस्पिटल की हालत ऐसी है कि लोग 25 से 30 किलो मीटर से यहां उपचार के लिए आते है और उन्हें इलाज नहीं मिल पाता है तो बाकी के क्षेत्रों की स्थिति समझी जा सकती है। यहां सुविधाओं का अभाव और सेवाओं में लापरवाही साफ दिखाई दे रही है पर गैर जिम्मेदार स्वास्थ अमले पर प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किए जाने से जिला अस्पताल की स्थिति बिगड़ती जा रही है।
शासकीय जिला हॉस्पिटल में सुबह 9:00 बजे से ओपीडी चालू होती है किंतु घंटों इंतजार करने के बाद डॉक्टरों का अता पता भी नहीं चलता, जिला प्रशासन समय समय पर अधिकारियों द्वारा जिला चिकित्सालय का निरीक्षण करवा कर आवश्यक व्यवस्था करवाने की पहल करे तो ही यहां लोगों को समय पर उपचार और सुविधाएं मिलना संभव है।
मरीज – दीपक सिंह, पिता रामेश्वर मुकुटपुर,सुरभी कुमारी पिता राजकुमार नएगांव माल दस्त बुखार, गोपाल चंदेल पिता कहर चंदेल पैर एवं कमर में दर्द डिंडौरी, चमरुलाल पिता दरबारी कमजोरी एवं दर्द बुधगांव, आसिफ खान पिता इसराइल मुड़की सिकिल सेल, पप्पू सिंह पिता मोहन समनापुर हाथ दर्द में दर्द,ऐसे सतीश कुमार जैन, आकांक्षा जैसे दर्जनों मरीज जिला चिकित्सालय की आईपीडी में घंटों डॉक्टर्स का इंतजार करते रहे, तब कहीं का कर एक डॉक्टर उपलब्ध हो सका।