नर्मदा के किनारे बसे गांगपुर में भी पानी की समस्या – नल जल योजना की मांग को लेकर पी एच ई पहुंची ग्रामीण महिलाएं
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 4 मई 2022, (प्रकाश मिश्र) जिले में इन दिनों पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। हर रोज किसी न किसी गांव से जल संकट को लेकर शिकायतें सुनाई दे रही है। फिलहाल मामला डिंडोरी जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर नर्मदा के तट पर बसे गांव गांगपुर का है जहां पेयजल सहित निस्तारी जल के लिए बूंद बूंद को ग्रामीण तरस रहे हैं। अपनी समस्याओं को लेकर गांव की महिलाएं बड़ी संख्या में पहले तो जनपद कार्यालय पहुंची और उसके बाद पी एच ई कार्यालय में पहुंचकर अपनी समस्या के निराकरण की मांग की।
ग्रामीण महिलाओं का कहना था कि सरकार की योजनाओं का लाभ हमारे ग्राम में लोगों को नहीं मिल रहा है। गांव में मात्र दो हैंडपंप है जो वर्तमान समय में उपयोग लायक नहीं है। एक हैंडपंप जिससे कुछ हद तक ग्रामीणों को पेयजल उपलब्ध हो रहा था वह भी खराब हो गया है। जिसकी शिकायत के बाद उसके पाइप विभागीय कर्मचारियों द्वारा निकाल लिए गए हैं जो अब तक वापस नहीं लगाये जा सके हैं। दूसरा हैंडपंप किसी ग्रामीण की निजी भूमि पर लगा हुआ है जिस पर उसका एकाधिकार बना हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि भूमि स्वामी के द्वारा उस हैंडपंप में अपनी मोटर डालकर निजी उपयोग में उसका पानी लाया जा रहा है। ग्रामीणों ने भीषण गर्मी के समय पेयजल संकट के तत्कालीन निवारण के साथ ही स्थाई व्यवस्था के रूप में नल जल योजना स्थापित करने की मांग की है।
वहीं ग्रामीणों की समस्या पीएचई के प्रभारी यंत्री ने तत्काल टीम भेजकर मौके में जांच कर तत्कालीन व्यवस्था करवाई जाने की बात कही है। हालाकि अब तक पीएचई का अमले को गांव की समस्या की जानकारी होना चाहिए था और गर्मियों के पहले ही कुछ व्यवस्था कर दी जानी चाहिए थी किन्तु पीएचई विभाग की कार्यप्रणाली से जिले भर में कोहराम की स्थिति बन रही है और आए दिन आक्रोशित लोग सड़कों पर उतर रहे है अथवा प्रदर्शन करने मजबूर है पर विभाग के अफसर कुछ कर नहीं पा रहे जबकि विभाग के मैदानी अमले को सारी स्थितियों की जानकारी है। जिला प्रशासन भी जिले में व्याप्त जल संकट को लेकर कोई खास कार्यवाही करता दिखाई नहीं दे रहा है।