“मैं जिंदा हूं साहब” – पंचायत रिकॉर्ड में मृत घोषित विधवा महिला ने लगाई कलेक्टर से न्याय की गुहार
ग्राम पंचायत गणेशपुर का कारनामा जीवित महिला को किया मृत घोषित
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 10 मई 2022, (प्रकाश मिश्रा) यू तो जिले में पंचायत स्तर पर भ्रष्टाचार का जमकर बोलबाला जारी है। कहीं कागजों में शासकीय योजनाएं पूरी होती दिखाई देती हैं तो कहीं बिना काम किए राशि का आहरण कर बंदरबांट किया जा रहा है। इन सबके बीच आम जनता चक्की के पाटों के बीच पिसती नजर आ रही है। पंचायती राज की सबसे छोटी किंतु अहम इकाई ग्राम पंचायत में बड़े बड़े कारनामे सामने आ रहे हैं। जो नगरी प्रशासन और जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान जरूर लगाते है।
मगंलवार 10 मई को जनसुनवाई में डिंडोरी जनपद पंचायत क्षेत्र की ग्राम पंचायत गणेशपुर में एक नया मामला सामने आया है। जिसमें पंचायत के जिम्मेदार सेवकों ने जीवित विधवा महिला को मृत घोषित कर दिया। पंचायत के इन जिम्मेदार कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाजा ग्राम मिघरोड़ी की विधवा महिला को उठाना पड़ रहा है
6 महीनों से नहीं मिल रही विधवा महिला को पेंशन
दरअसल ग्राम पंचायत गणेशपुर के पोषक ग्राम मिघरोड़ी की निवासी 45 वर्षीय विधवा श्याम बाई पति स्वर्गीय राम प्रसाद को पति की मृत्यु के बाद विधवा पेंशन मिल रही थी। जिससे उसका जीवन यापन हो रहा था। विगत कुछ माह से महिला के खाते में विधवा पेंशन की राशि नहीं आ रही थी जब इसका पता लगाने विधवा महिला ग्राम पंचायत और उसके बाद जनपद पंचायत आई तब उसे पता चला कि वह तो शासकीय अभिलेखों में मृत घोषित हो चुकी है। पीड़ित महिला और उसके परिजनों का कहना है कि इस मामले को लेकर वह कई बार रोजगार सहायक और अन्य पंचायत प्रतिनिधियों से आवेदन निवेदन कर चुके हैं किंतु अभी तक कोई सुधार नहीं किया गया है।
जीवित विधवा महिला को मृत घोषित करना बहुत ही गंभीर है – जनपद उपाध्यक्ष
उक्त मामले को लेकर जनपद पंचायत डिंडोरी के उपाध्यक्ष और भाजपा नेता सुशील राय का कहना है कि यह बहुत ही गंभीर मामला है। कोई कैसे किसी जीवित इंसान को मृत घोषित कर सकता है। निश्चित तौर पर यह जांच का विषय है। मैं अधिकारियों से चर्चा करने के बाद इसके निराकरण के लिए उचित प्रयास करूंगा।
शासकीय रिकार्डों में जीवित करने की मांग
बहरहाल जनसुनवाई में कलेक्टर के सामने उपस्थित होने के लिए आज महिला को जनसुनवाई में शामिल होने का मौका नहीं मिल पाया जिसके चलते वह कलेक्ट्रेट कार्यालय के जावक शाखा में अपना आवेदन देकर ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक सचिव के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है कि उसे दोबारा से रिकार्डो में जीवित किया जाए ताकि उसे शासन की योजनाओं का लाभ मिल सके।