डिंडोरी जिला पंचायत चुनाव आरक्षण और समीकरण

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जिला पंचायत व जनपद पंचायत के वार्डो सहित जनपद अध्यक्ष पद के लिए सम्पन्न हुए आरक्षण के बाद। बहुत समय से पंचायत चुनावों का इंतजार कर रहे कहीं दावेदारों के मंसूबे पर पानी फिर गया है। सर्वाधिक प्रभावित अनारक्षित वर्ग के दावेदार नजर आ रहे है। आरक्षण के बाद कई लोगों के सपने जड़ से समाप्त हो चुके है तो कुछ के लिए स्थान बदलने की कुछ संभावनाएं बाकी है। वहीं आरक्षण के बाद कुछ ना- उम्मीद, उम्मीदवारों को अपनी किस्मत चमकती दिखाई देने लगी है, इस तरह से त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में राजयोग की चकाचौंध फिलहाल सभी को समझ आने में कठिनाई जरूर हो रही है,वर साफ साफ कहा जाए तो अब पंचायत चुनाव अधिकतर लोगों की समझ से परे है। जमी हुई बिसात बिखरती सी दिख रही है। बस किस्मत का फैसला जनता जनार्दन के ऊपर है।

जनपद टुडे, डिंडोरी, 26 मई 2022, जिला पंचायत के 10 वार्डो में से सात अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। 1,3,5,6,8,9,10 इसमें चार वार्ड अनुसूचित जनजाति महिला वर्ग के लिए आरक्षित है वार्ड क्रमांक 1,5,8 व 10, अनुसूचित जनजाति वर्ग के पुरुष इस वर्ग के लिए आरक्षित वार्ड 3,6 व 9 से उम्मीदवारी कर सकते है, इनके अलावा अन्य चार वार्डो में वे अपनी दावेदारी नहीं कर पाएंगे साथ ही इस वर्ग के पुरुष अनारक्षित वार्ड क्रमांक 7 से भी उम्मीदवार हो सकते है। अनुसूचित जनजाति पुरुषों के लिए 10 में से 4 वार्डो में ही दावेदारी संभव होगी।

अनुसूचित जाति वर्ग

अनुसूचित जाति वर्ग के लिए जिला पंचायत का वार्ड क्षेत्र क्रमांक 2 आरक्षित है और यह महिला वर्ग के लिए आरक्षित है। अनुसूचित जाति वर्ग के पुरुष उम्मीदवारों को लिए कोई भी वार्ड अलग से आरक्षित नहीं है। इस वर्ग के पुरुष उम्मीदवार को एक मात्र अनारक्षित मुक्त वार्ड 7 से उम्मीदवारी का अवसर मिल सकता है।

ओबीसी

ओबीसी वर्ग के लिए जिला पंचायत के दस वार्डो में कोई भी सीट ओबीसी महिला अथावा पुरुष वर्ग के लिए आरक्षित नहीं है। ओबीसी वर्ग की महिलाएं दो अनारक्षित वार्ड क्रमांक 4 व 7 से वही इस वर्ग के पुरुष अनारक्षित वार्ड क्रमांक 7 पर दावेदारी कर सकते है।

अनारक्षित

जिला पंचायत की एक मात्र अनारक्षित सीट वार्ड क्रमांक 7 से सामान्य वर्ग के पुरुष दावेदारी कर सकते है जबकि सामान्य वर्ग की महिला उमीदवार वार्ड क्रमांक 4 व 7 से अपनी दावेदारी कर सकती है।

महिलाओं और पुरुषों का औसत

महिलाओं की दावेदारी :

जिला पंचायत के दस वार्ड में से 6 स्थान महिलाओं के लिए आरक्षित है। इसके अलावा अनारक्षित दो वार्डो से सभी वर्ग की महिला उम्मीदवार हो सकती है। जबकि अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिलाए अन्य अनुसूचित जनजाति वार्डो से उम्मीदवार हो सकती है। अजा महिला एक इस वर्ग के लिए आरक्षित वार्ड सहित दो अनारक्षित कुल तीन सीट पर दावेदार हो सकती है। वहीं ओबीसी और सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिए दो अनारक्षित वार्डो से उम्मीदवारी संभव है।

पुरुषों की दावेदारी :

जिला पंचायत के दस में से मात्र चार वार्ड पुरुष उमीदवार के लिए खुले हुए है। जिन सभी में अनुसूचित जनजाति वर्ग के दावेदार चुनाव लड़ सकते है वहीं अनुसूचित जाति, ओबीसी और सामान्य वर्ग के पुरुष केवल एक अनारक्षित वार्ड से चुनाव लड़ सकते है।

जिला पंचायत में महिलाओं की संख्या 6 से अधिक हो सकती है पर किसी भी स्थिति में पुरुषों की संख्या 4 से अधिक नहीं हो सकती है। अनुसूचित जनजाति वर्ग के पुरुषों की संख्या जिला पंचायत ने 3 से चार हो सकती है किन्तु अनुसूचित जाति, ओबीसी और सामान्य वर्ग को मिलाकर इन वर्ग का मात्र एक व्यक्ति ही चुना जा सकता है।

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