हाथियों के हमले में अब वृद्ध बैगा दंपति घायल, जारी है हाथियों का तांडव
धुर्रा और लुटगांव के बीच मचाया उत्पात
वन विभाग की लापरवाही से जान माल का हो रहा नुकसान
जनपथ टुडे, डिंडौरी, 28 मई 2022, जंगली हाथियों के कुनबे ने अब इंसानी बसाहटों के आसपास चहलकदमी शुरू कर दी है। इतना ही नही अब पूरी तरह आक्रामक हो चुके गजराज परिवार ने घरों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है।चिंताजनक पहलू यह है कि इस दौरान हाथियों के निशाने पर ग्रामीण भी आ रहे हैं और जान माल का नुकसान हो रहा है। इसके बाबजूद वन अमला का रबैया ग्रामीणों के प्रति सकारात्मक नजर नही आ रहा।पूरे मामले पर वन अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा है कि सबसे बड़ा वन्य जीव समूह की शक्ल में, बस्तियों में घुस उत्पात मचा रहा है और विभाग केवल ढिंढोरा पीट रहा है।
जानकारी के मुताबिक बीती शुक्रवार शनिवार की दरमियानी रात शहर से 5 KM दूर कक्ष क्रमांक 399 ग्राम लुटगांव और धुर्रा के बीच बस्ती में इस झुंड ने जमकर उत्पात मचाया गया है। जानकारी के मुताबिक हाथियों के झुंड ने ग्राम धुर्रा में एक मकान को क्षतिग्रस्त कर घर में रखा अनाज और अन्य खाद्य सामग्री से अपनी भूख मिटाई है। इस दौरान जंगली हाथियों ने ऑरेंज वन क्षेत्र के जंगल किनारे स्थित झोपड़ी के बाहर सो रहे वृद्ध बैगा दंपत्ति को खटिए सहित उठाकर पटक दिया। हमले में घायल मनसु बैगा पिता अघनु बैगा उम्र 70 वर्ष के मुताबिक वह अपनी पत्नी मंगली बाई उम्र लगभग 60 वर्ष के साथ खाना खाकर जंगल के किनारे झोपड़ी के बाहर एक ही खटिया में सो रहा था। रात लगभग 12 बजे तीन हाथी वहां पहुंच गए और उनमें से एक हाथी ने खटिया को उठाकर पटक दिया।जिसके बाद दोनो जान बचाकर जंगल की तरफ भाग गये और रात लगभग तीन बजे छिपकर गांव पहुंचे और वन विभाग के चौकीदार बिहारी कोल को घटना की जानकारी दी। चौकीदार ने वन कर्मियों को फोन कर घटना की सूचना दी। हाथियों के हमले से मनसु के दाहिने हाथ, कंधा, दाहिने पसली और मंगली बाई को भी अंदरूनी चोट आई है। दोनों का इलाज जिला अस्पताल में जारी है।
गौरतलब है कि पिछले सोमवार को अनूपपुर जिले से जोलहा नदी पार कर एक बच्चे के साथ दो वयस्क हाथी वन परिक्षेत्र डिंडोरी के कक्ष क्रमांक 220 बसनिया में दाखिल हुये थे। इस गजराज परिवार ने बासीदेवरी, शर्मापुर, शाहपुर,नरिया के जंगलों से होते हुए शुक्रवार की रात मुड़की सर्किल के ग्राम धुर्रा में आमद दर्ज करवाई थी। फिलहाल उत्पात मचाते हुये हाथियों ने शनिवार की सुबह कक्ष क्रमांक 234 बरगांव के जंगल की पहाड़ी में डेरा डाल लिया है। गौरतलब है कि पिछली मंगलवार की रात इन्ही जंगली हाथियों ने कक्ष क्रमांक 226 बासीदेवरी ग्राम में तीन घरों पर हमले हमला किया था। जहाँ कमलावती पति प्रताप धारवे नामक एक महिला की हाथियों के कुचले जाने से मौत भी हो थी। वन्य जीव के हमले से हुये नुकसान के एवज में वन विभाग ने मुआबजा कार्रवाई शुरू कर दी है। लेकिन समूचे क्षेत्र में अब गजराज आतंक और दहशत का पर्याय बनते जा रहे हैं। जिससे जनमानस में वन्य जीव की विरुद्ध आक्रोश पनप रहा है। वहीं वन विभाग की कार्यप्रणाली निष्क्रिय देखी जा रही है और क्षेत्र में हाथी लोगों को नुक्सान पहुंचा रहे है, जिससे क्षेत्र में दहशत है।