नगर परिषद के प्रवेश द्वार महीनों से गायब
40 दिन बाद भी नहीं लगे नए बोर्ड
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 6 जुलाई 2022, नगर परिषद ने नगर के प्रमुख स्थानों पर लगाए गए प्रवेश द्वार/ गेट लगते ही हवा में उड़ उड़ कर गिरने लगे थे जिनकी गुणवत्ता को लेकर जहां सवाल किए जाने लगे वहीं नगर परिषद की इस कार्यप्रणाली को लेकर डिंडोरी नगर परिषद की जमकर थू थू हुई। जिसके बाद नगर परिषद द्वारा सभी गेट हटा लिए गए, जानकारी में बताया गया कि ठेकेदार द्वारा अच्छी क्वालिटी के मजबूत बोर्ड बनवाए जायेगे। किन्तु लगभग माह भर से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी जिला मुख्यालय में गेट नहीं लग पाए है। सिर्फ जी आई पोल खड़े हुए है जो नगर परिषद की लचर कार्य प्रणाली पर हंसते हुए दिखाई देते है।
नगर परिषद के प्रभारी सीएमओ और सब इंजीनियर की कार्यप्रणाली इस कार्य को लेकर संदिग्ध होने की चर्चा शहर में व्यापार है। लोग पूछ रहे है कि क्या अब गेट के नाम पर बस पोल ही खड़े रहेंगे। नगर परिषद में बैठे जनप्रतिनिधि मामले में मौन है। लगभग 15 लाख रुपए की लागत से लगने वाले ये गेट लग भी पाएंगे या जिम्मेदारों ने शासकीय राशि का बंदरबांट कर लिया है, यह भी सवाल उठ रहे है।
प्रवेश द्वार के पोल पहले से ही खड़े हुए है जिन पर बोर्ड लगाए जाने है। जिनको बदल कर अच्छी गुणवत्ता के बोर्ड लगाए जाने में 40 दिन बीत जाने से अब लोगों लगने लगा है कि शायद अब ये गेट लगेगे ही नहीं या फिर नगर परिषद चुनाव नहीं होने के कारण बोर्ड नहीं लगाए जा रहे है। इंतजार किया जा रहा है कि जब चुनाव की घोषणा होगी तभी बोर्ड लगाए जाएंगे ताकि चुनाव संपन्न होने तक ये बोर्ड टिक जाए और नगर परिषद चुनाव में घटिया बोर्ड का मुद्दा न बने। जो भी ही पर इस पूरे मामले में सड़क किनारे खड़े ये पोल जरूर सवाल कर रहे है कि आखिर हम कब तक यूं ही खड़े रहेंगे।
जांच दल आने तक बोर्ड लग पाएंगे या नहीं?
नगर परिषद द्वारा कराए गए कई निर्माण और विकास कार्य जांच के दायरे में है। जिनके लिए जांच दल भी गठित किया जा चुका है। नगर की जनता नगर परिषद के प्रभारी सीएमओ से सिर्फ इतना जानना चाहती है कि जांच दल के आने तक इन खंभो पर बोर्ड टांग दिए जायेगे या या सिर्फ इन पोल्स की जांच होगी?