फिर दो घरों पर जंगली हाथियों का वज्राघात,बजाग रेंज के नजदीक पहुंचा कुनबा
इलाके में दहशत,गांव और बाजारों में मुनादी
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 23 जुलाई 2022, पिछले चार दिनों से जिले के पूर्व करंजिया के जंगलों में विचरण कर रहा जंगली हाथियों का कुनबा शुक्रवार की रात पश्चिम करंजिया की सरहद लाँघ बजाग रेंज के नजदीक पहुँच गया है। लेकिन यहाँ आमद देने के दौरान हाथियों ने पश्चिम करंजिया रेंज अंतर्गत कंपार्टमेंट क्रमांक 708(B) ग्राम बोयरह के आबादी इलाक़े में दो ग्रामीणों सम्हर पिता पिसवा और अंजोरी पिता ज्ञान सिंह के घरों को नुकसान पहुंचाया है और कंपार्टमेंट क्रमांक 695 उद्दौर के ईमली टोला वन क्षेत्र में डेरा डाल लिया है। चार दिनों में जंगली हाथियों के हमले की यह दूसरी घटना है।
इसके पहले सबसे बड़े शाकाहारी जीव के झुंड ने बुधवार की रात East करंजिया रेंज अंतर्गत ग्राम चौरादादर कक्ष क्रमांक 792(B) के आबादी इलाके में महेंद्र पिता पतिराम गौंड और बुधराम पिता देवान बैगा के घरों को तहस नहस कर दिया था। दोनों हमलों में राहत की बात यह है कि अभी तक किसी इंसानी और जानवर की जान को खतरा नही पहुंचा है।जंगली जानवर के द्वारा की गई सभी क्षतियों के विरुद्ध मुआवजा जारी करने की प्रक्रिया के तहत वन विभाग ने राजस्व डिपार्टमेंट को सूचना प्रेषित कर दी है। वहीं वन अमला ELEPHANT GROUP की हिफाजत में जुटा हुआ है। इस बीच जंगली हाथियों की मौजूदगी से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। हालांकि सुरक्षा और सावधानी के लिहाज से रेंजर प्राची मिश्रा के निर्देश पर वन विभाग ने आसपास के गांवों में मुनादी करवाकर ग्रामीणों को जंगल और जंगली हाथियों से दूर रहने की नसीहत जारी की है। वहीं मानव बस्तियों से हाथों से हाथियों को दूर रखने के तमाम प्रयास भी जारी हैं।
गौरतलब है कि बुधवार की शाम एक Beby Elephant के साथ 6 हाथियों का दल छत्तीसगढ़ से अचानकमार के रास्ते East करंजिया रेंज के चौरादादर के जंगल मे दाखिल हुआ था।तब से ही यह हाथी परिवार जिले में ही डटा हुआ है। वन्य जीवन से जुड़े जानकारों की माने तो जिले में बार बार हाथियों का आना यह संकेत देता है कि जिला जंगली हाथियों का अस्थाई ठिकाना बनता जा रहा है और जंगली जानवर अब अचानकमार अभ्यारण्य से कान्हा पहुंचने के लिए करंजिया, बजाग और समनापुर से एक रास्ता पसंद कर रहे हैं।