जंगली हाथियों का आतंक जारी, तांतर में मचाया उत्पात वनग्रामों में दहशत

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तांडव का इतिहास दोहरा रहे गजराज

हाथियों के पैरों से रास्ते मे गड्ढे

जनपथ टुडे, डिंडोरी, 24 जुलाई 2022, जिले के वनांचल इलाकों में जंगली हाथियों का आतंक चरम पर है। इस सबसे बड़े शाकाहारी जीव ने पिछले चार दिनों के अंदर तीन रेंज में सात ग्रामीणों के घरों पर हमला कर जमकर उत्पात मचाया है। भोजन की तलाश में गजराज अब पूरी तरह आक्रामक हो रात के अंधेरे में इंसानी बसाहटों पर घुसपैठ को अंजाम दे रहे हैं। इसका खामियाजा वनांचल में निवासरत परिवारों को भुगतना पड़ रहा है।वन विभाग की कोशिशों के चलते ग्रामीण जंगली हाथियों से दूरी बनाये हुये हैं, लेकिन गांवों में हाथियों के घुसने और तोड़फोड़ करने से इलाके में दहशत बनी हुई है। इस बाबद वन अमला भी कारगर उपाय करने में नाकामयाब साबित हो रहा है।
यह पहली घटना नही है, कुछ महीने पहले भी जंगली हाथियों के समूह ने जिले के कई गांवों को निशाना बनाया था और फिर गजराज तांडव भरा यही इतिहास दुहरा रहे हैं। इस विशालकाय जानवर की चहलकदमी के दौरान जमीन पर बड़े बड़े गड्ढे भी बन गये हैं। बुधवार की रात पूर्व करंजिया वन परिक्षेत्र के चौरादादर में शुरू हुआ गजराजों के तांडव का सिलसिला अभी भी जारी है।
शनिवार की रात इस जंगली झुंड ने बजाग रेंज अंतर्गत कंपार्टमेंट नंबर 513 वन ग्राम तांतर ग्राम में अपनी ख़ौफ़नाक उपस्थिति दर्ज करवाई है और तीन घरों और मक्का की फसल को नुकसान पहुंचाया है। प्रभावित ग्रामीणों के नाम बलिराम बैगा पिता चमरू, दलपत पिता बुधलाल गौंड और करन पिता सुध्दू गौंड बतलाये गये हैं। इस बाबद जानकारी लगते ही रेंजर वसंत शर्मा, डिप्टी रेंजर अजय मुकुंद पोल, वन रक्षक अखलेश दुबे, श्याम लाल यादव, प्रीतम परते, नरेश मरावी, मिथलेश मार्को, अमरसिंह परस्ते, प्रताप मरकाम, रामलाल मरावी, जगदीश बांधव, मनोज टिग्गा, संतोष मानिकपुरी, राजकुमार धुर्वे सुरक्षा श्रमिक मंगल सिंह, विशेन सिंह कोटवार, लोकेश मानिकपुरी चालक सहित वनकर्मियों ने मौके पर पहुंच कर राहत का काम शुरू करवा दिया है।
इसके पहले हाथियों ने बुधवार की रात East करंजिया रेंज अंतर्गत कंपार्टमेंट क्रमांक 792(B) चौरादादर के आबादी इलाक़े में दो ग्रामीणों महेंद्र पिता पतिराम और बुधराम पिता देवान और शुक्रवार की रात पश्चिम करंजिया वन परिक्षेत्र के कंपार्टमेंट क्रमांक 708(B) ग्राम बोयरह में सम्हार पिता पिसवा और अंजोरी पिता ज्ञान सिंह के घरों को छति पहुंचाई थी। इसके बाद शनिवार की शाम उद्दौर के जंगल से होते हुये जंगली हाथीयों का कुनबा बजाग वन परिक्षेत्र के दायरे में प्रवेश कर गया और तांतर में तांडव मचाने के बाद रविवार की सुबह South समनापुर के वीट क्रमांक 622 कांदावानी के जंगल मे पहुंच गये हैं। इस दौरान जानवर के द्वारा की गई सभी हानि के विरुद्ध मुआवजा जारी करने की प्रक्रिया के तहत Forest Dipartment ने राजस्व विभाग को सूचना दी है।

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