दो किश्तों में संपन्न हुआ जिला पंचायत सदस्यों को शपथ ग्रहण
जनपथ टुडे, डिंडोरी, 8 अगस्त 2022, जिला पंचायत में नव निर्वाचित जिला सदस्यों का प्रथम सम्मेलन व शपथ ग्रहण कार्यक्रम विवादों के बीच दो किस्तों में संपन्न हो सका।
नव निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित पांच सदस्यों ने समारोह स्थल, सजावट, आमंत्रण सहित अन्य अव्यवस्थाओ को लेकर जिला पंचायत प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कार्यक्रम का विरोध किया और जिले के दोनों विधायकों के साथ रानी दुर्गावती की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए।
जिला पंचायत के 10 सदस्यों में से 5 सदस्य ज्योति प्रकाश धुर्वे, हेमवती राजपूत, प्रीतम सिंह मरावी, डॉक्टर चैन सिंह भवेदी और वीरेंद्र परस्ते को निर्धारित स्थल एवं समय पर जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित सादे कार्यक्रम में संयुक्त कलेक्टर रजनी वर्मा की उपस्थित में शपथ दिलाई गई।
धरने पर बैठे कांग्रेसी विधायक- जिला प्रशासन पर लगाया तानाशाही एवं भेदभाव का आरोप
वही कांग्रेस समर्थित जिला पंचायत के नवनिर्वाचित अध्यक्ष रूद्रेश परस्ते और उनके अन्य समर्थक सदस्यों ने जिला प्रशासन के द्वारा समारोह का आयोजन सम्मान पूर्वक आयोजित ना करने ,जानबूझकर छोटे से सभा कक्ष में समारोह आयोजित करने तथा जिला सदस्यों को आमंत्रण तथा सूचना न देने का आरोप लगाते हुए जिले के दोनों कांग्रेसी विधायक ओमकार सिंह मरकाम और भूपेंद्र मरावी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और धरने पर बैठ गए। कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री ओमकार मरकाम ने जिला पंचायत प्रशासन पर तानाशाही पूर्वक रवैया अपनाने तथा जानबूझकर कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों का अपमान करने तथा लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में भेदभाव करने का आरोप लगाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नाराज कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों एवं नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष तथा कांग्रेस समर्थित अन्य जिला पंचायत सदस्यों को मनाने के लिए जिला प्रशासन ने डिंडोरी तहसीलदार को भेजा था किंतु धरने पर बैठे कांग्रेसी विधायक तथा जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रेश परस्ते ने जिला प्रशासन के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया तथा धरने पर बैठे रहे।
इनका कहना है –
जिला पंचायत प्रशासन का रवैया तानाशाही पूर्ण है नवनिर्वाचित जिला पंचायत के सदस्यों को आमंत्रण नहीं दिया गया। समारोह का आयोजन जानबूझकर छोटे से सभाकक्ष में आयोजित किया गया जो जनप्रतिनिधियों का अपमान है। हम इस तानाशाही व्यवस्था का विरोध करते हैं। अन्य जिलों में भव्य और गरिमापूर्ण आयोजन हुए किन्तु जिले में कांग्रेस अध्यक्ष चुना गया जिसके चलते अधिकारियों द्वारा उपेक्षा की जा रही है।
रूद्रेश परस्ते
नवनिर्वाचित अध्यक्ष जिला पंचायत, डिंडोरी
पांच सदस्यों ने जिला पंचायत परिसर में ली शपथ
अंततः जिला पंचायत प्रशासन की अनदेखी और उपेक्षा के चलते धरने पर बैठे नवनिर्वाचित अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित पांच जिला पंचायत सदस्यों को जिला पंचायत सभागार की बजाय जिला पंचायत परिसर में शाम 4 बजे संयुक्त कलेक्टर रजनी वर्मा के द्वारा शपथ दिलाई गई।
प्रशासन के रवैए से नाराजगी
भाजपा नेताओं और शासन के इशारे पर कार्य करने का आरोप जिले के अधिकारियों पर लग रहा है। जहां अन्य जिलों में जिला पंचायत के शपथ ग्रहण कार्यक्रम हेतु भव्य आयोजन किए गए वहीं जिले में गैर भाजपाई अध्यक्ष और उपाध्यक्ष निर्वाचित होने के कारण इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को बहुत ही सीमित और मात्र औपचारिकता की तरह आयोजित किया। जो जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों का अपमान है।