डिण्डौरी नगर में विश्व रंग पुस्तक यात्रा रैली निकाली गई

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विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में कार्यक्रम आयोजित

साहित्यकारों एवं शिक्षकों का हुआ सम्मान

जनपथ टुडे, डिंडोरी, 25 सितंबर 2022, छात्र-छात्राओं एवं जन समुदाय को पुस्तकों के प्रति रूचि जागृत करने हेतु आईसेक्ट समूह के रविन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के तत्वावधान में “विश्व रंग पुस्तक यात्रा” का डिण्डौरी नगर में आगमन आगतन हुआ। पुस्तक यात्रा सर्व प्रथम आईसेक्ट ब्रॉच डिण्डौरी पहुंची जहां पर आईसेक्ट के जिला प्रबंधक के.एस. राजपूत एवं छात्र-छात्राओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके पश्चात संस्था में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें यात्रा के साथ चल रहे आईसेक्ट के संभागीय अधिकारी निशांत श्रीवास्तव ने यात्रा का उद्देश्य बताया कि पुस्तकों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है, हम बचपन से बुढ़ापे तक जो सीखतें हैं वह ज्ञान हमें पुस्तकों से प्राप्त होता है। उन्होंने बताया कि रामायण एवं कुरान जैसे धार्मिक ग्रंथ हैं जिन्हें पढ़कर हमारे जीवन में सदगुणों का संचार होता है। यात्रा में पधारे वेद प्रकाश जी ने भी छात्र-छात्राओं को संबंधित किया। जिला प्रबंध के. एस. राजपूत ने भी आईसेक्ट संस्था से छात्रों को परिचित कराया।

कार्यक्रम दौरान चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिता के विजेता छात्रों कु कामना मरावी, दिपाली बर्मन, मोहिनी, अनुराज परस्ते एवं सिद्धिकी को पुरूष्कार एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। तत्पश्चात संस्था से सी.व्ही. कालेज तक मोटर सायकिल रैली निकाली गई। इसके बाद पुस्तक यात्रा कम्प्यूटर कौशल केन्द्र डांड विदेयपुर पहुँची जहां पर गौरव राजपूत एवं छात्र – छात्रों ने आकर्षक रंगोली बनाकर यात्रा का स्वागत किया। केन्द्र में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें छात्रों ने आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में गीत एवं नृत्य के माध्यम से रंगारंग प्रस्तुति दी।तत्पश्चात रैली निकालकर यात्रा को शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय डिण्डौरी के लिये रवाना किया गया ।पुस्तक यात्रा लगभग 3 बजे शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय पहुँची जहाँ पर स्कूल स्टाफ एवं लगभग 500 छात्रों ने यात्रा का स्वागत किया। इसके पश्चात विद्यालय प्रांगण में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे आईसेक्ट के रीजनल मैनेजर निशात श्रीवास्तव ने विस्तार से पुस्तकों के महत्व पर प्रकाश डाला एवं छात्रों उनके जीवन में पुस्तकों का क्या महत्व है इससे परिचित कराया। संस्था के प्राचार्य एस. के. द्विवेदी ने संबोंधित करते कहा कि पुस्तकें हमारी और प्रत्येक मानव की अच्छी मित्र होती है। उन्होंने पुस्तक यात्रा को शुभकामनायें प्रेषित किया। इसके पश्चात साहित्यकारों ने कविताओं के माध्यम से अपनी प्रस्तुति दी।

श्रीमति त्रिवेणी मिश्रा सम्मानित साहित्यकार जिनके अनेक लेख एवं कवितायें प्रकाशित हो चुकी है उन्होंने कहा कि हम पुस्तक लिखते पढ़ते हैं, पुस्तक पढ़ाते है उन्होंने एक “मात्रभूमि नामक कविता मात्र भूमि की सेवा ही हमारी भक्ति है…. की प्रस्तुति दी । तत्पश्चात साहित्यकार श्री मति वेदवती सिंद्राम ने बताया कि जब हमारा मन उदास होता है तो पुस्तके ही हमारे मन को उजास करती है उन्होनें ” मन मलीन जब पुस्तक देती है उजास कविता की प्रस्तुति दी” । इसके बाद एक और साहित्यकार श्रीमति हंसा तेकाम ने एक बहुत अच्छी दिल को छू लेनी वाली कविता बड़ी अनोखी होती है पुस्तके दुनिया। झांकती रहती है बंद शीशों की आलमारी में !! की शानदार प्रस्तुति दी । इसके पश्चात आईसेक्ट संस्था के प्रतिनिधियों ने सभी तीनों साहित्यकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

इसी दौरान संस्था के उत्कृष्ट शिक्षक ललित पारधी जी.एस. तेकाम श्रीमति लतिका डेनियल एवं पुरुषोत्तम कुशराम को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। आजादी के दीवाने एवं आजादी का अमृत महोत्सव आदि विषयों में विगत 10 दिनों से चल रही विभिन्न प्रतियोगिताओं चित्रकला, वाद विवाद, कविता लेखन निबंध लेखन फेस पेंटिग के विजेता छात्रों को प्रमाण एवं परितोषिक प्रदान किया गया। कार्यक्रम में यात्रा के साथ भोपाल से आये हुये प्रतिनिधि ए. के. द्विवेदी प्राचार्य, बी.डी. सोनी प्रभारी सहायक आयुक्त जी. एस. तेकाम, पुरूषोतम कुशराम अरूण चौबे, उपासना चौबे एवं शाला का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा। कार्यक्रम का सफल संचालन जी. एस. तेकाम प्रधान पाठक के द्वारा एवं आभार प्रदर्शन आईसेक्ट के जिला प्रबंधक के.एस. राजपूत के ने किया गया ।

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